महावीर फेरो हादसे में घायल आपरेटर की मौत

कलुंगा शिल्पांचल स्थित महावीर फेरो एलायज में हादसे में जख्मी ब्रायलर आपरेटर सत्यनारायण पाणी की भुवनेश्वर में इलाज के दौरान मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 09:48 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 09:48 PM (IST)
महावीर फेरो हादसे में घायल आपरेटर की मौत
महावीर फेरो हादसे में घायल आपरेटर की मौत

जागरण संवाददाता, राउरकेला : कलुंगा शिल्पांचल स्थित महावीर फेरो एलायज में हादसे में जख्मी ब्रायलर आपरेटर सत्यनारायण पाणी की भुवनेश्वर में इलाज के दौरान मौत हो गई। कोयलनगर में रहने वाले सत्यनारायण के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग यूनियन की ओर से की गई थी तथा शव को घर में ही रखा गया था। बुधवार की सुबह कंपनी प्रबंधन की ओर से 16 लाख रुपये मुआवजा दिया गया। इधर, फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग के उप निदेशक ने विभु प्रसाद ने भी इसकी जांच करने तथा संयंत्र में सुरक्षा नियमों की अनदेखी होने पर ब्रायलर को बंद करने की चेतावनी दी है।

सुरक्षा नियमों की अनदेखी के चलते महावीर फेरो एलायज संयंत्र में 12 अक्टूबर को यह हो हादसा हुआ था। इसमें ब्रायलर आपरेटर 45 वर्षीय सत्यनारायण पाणी झुलस गया था। उसे राउरकेला में इलाज कराने के बाद अश्विनी अस्पताल भुवनेश्वर भेजा गया था। वहां सोमवार की रात को उसकी मौत हो गई। मंगलवार को शव को राउरकेला लाया गया एवं कोयलनगर स्थित बी-118 स्थित निवास में रखा गया। सत्यनारायण माता पिता का इकलौता बेटा था एवं उसी की कमाई से परिवार का भरण पोषण होता था। बूढ़े मां बाप, पत्नी एवं एक नाबालिग बेटे के भरण पोषण के लिए सुंदरगढ़ इंडस्ट्रीयल मजदूर यूनियन की ओर से 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की गई थी। मंगलवार की देर रात तक ब्राह्मणीतरंग थाने में इस पर यूनियन के साथ बातचीत हुई पर सहमति नहीं बन पाई थी। बुधवार की सुबह श्रमिक नेता विष्णु महंती, जहांगीर अली, विमान माइती, राजकिशोर प्रधान जजाति साहू, सुरेन्द्र दास तथा परिवार के सदस्य व कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों की मौजूदगी में बातचीत हुई। कुल 16 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया गया। ब्राह्मणीतरंग थाना की पुलिस अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज कर इसकी जांच कर रही है। दूसरी ओर फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग के उप निदेशक विभु प्रसाद ने कहा है कि सत्यनारायण प्रथम श्रेणी ब्रायलर आपरेटर के रूप में काम कर रहा था। संयंत्र में काम करने की पद्धति ठीक नहीं होने के कारण हादसा हुआ है। इसकी जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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