तहसीलदार की भी ग्रामीणों ने नहीं सुनी, मांग पर अड़े
बिमालागढ़-गोड्डा दूसरी रेल लाइन निर्माण कार्य का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने इसे रोक रखा है।
संसू, बंडामुंडा : बिमालागढ़-गोड्डा दूसरी रेल लाइन निर्माण कार्य का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने इसे रोक रखा है। सोमवार को आंदोलनकारियों को समझाने के लिए मजिस्ट्रेट के तौर पर राउरकेला मानस रंजन साहू पहुंचे थे। उन्होंने आंदोलन को समाप्त करने के लिए ग्रामीणों से निवेदन किया। कहा कि अगर आंदोलनकारी नहीं माने तो बलपूर्वक काम कराया जाएगा। उधर, ग्रामीणों ने भी प्रशासन के समक्ष साफ कर दिया कि वे किसी भी हाल में इस परियोजना के लिए जगह नहीं देंगे। इस दौरान धरना स्थल पर बड़ी संख्या में बिसरा पुलिस, बंडामुंडा जीआरपी केसाथ बंडामुंडा की आरपीएफ मौजूद थी। बाद में बंडामुंडा आंचलिक संगठन ने इस मुद्दे पर आपस में बैठक कर जमीन न देने का निर्णय लिया तथा आगामी दिनों में विरोध के लिए लोगों को जमा करने पर सहमति बनाई।
विरोध करने पहुंच लोगों में सुंदरगढ़ जिला परिषद चेयरमैन हेमा एक्का, पूर्व जिला परिषद लेथा तिर्की, डेमे ओराम, बंडामुंडा सरपंच रबि मांझी, कपाटमुंडा के पूर्व सरपंच देवा केरकेट्टा, बिसरा ब्लॉक के वाइस चेयरमैन जीतू महतो, सोमनाथ रहा, समिति सदस्य सुजित लकड़ा, माशेस्वर तांती, संजीव क्सेस, जयंत क्सेस, बिदासी समसी आदि मौजूद थे।
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हम लोग पिछले 2 तारीख से आंदोलन कर रहे है पर कोई हमारी बात नहीं सुन रहे हैं। उन्हें धमका कर काम कराने का इरादा है जिसका हम पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं।
डेमो ओराम, सभापति, आंचलिक सुरक्षा कमेटी, बंडामुंडा
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प्रशासन हमारे ऊपर चारों तरफ से वार कर रहा है। हम विकास के विरोध नहीं हैं पर बिना मुआवजा हम किसी हाल में जमीन नही देंगे। सुंदरगढ़ सभी संगठन एक जुट होकर इसका विरोध करेंगे।
लेता तिर्की, कन्वेनर, सुन्दरगढ़ आंचलिक सुरक्षा कमिटी
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हमारा संगठन पिछली कई वर्षो से आंदोलन कर रहा है। हर बार हमें आश्वासन के नाम पर ठगा गया। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हम जमीन नहीं देंगे।
रबि माझी , महासचिव ,बंडामुंडा आंचलिक परिषद-