कोहरे में असावधानी हरदम खतरनाक
आपने सड़क के किनारे बड़ बड़े अक्षरों में लिखा यह जरूर पढ
जागरण संवाददाता, राउरकेला : आपने सड़क के किनारे बड़ बड़े अक्षरों में लिखा यह जरूर पढ़ा होगा कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। यह बिल्कुल सही है। खास कर घने कोहरे के समय वाहन चलाते समय खास सावधानी बरतने की जरूरी है। क्योंकि जान है तो जहान है। इसलिए जरूरी है कि घने कोहरे में वाहन चालन के समय सभी नियमों का ठीक तरह से पालन किया जाय। खास कर हाईवे पर चलते समय वाहन की गति पूरी तरह नियंत्रित होनी चाहिए। ऊपर से हरदम सावधान रहने की जरूरत है। भारी वाहनों के लिए तो यह और भी जरूरी है। राउरकेला आरटीओ अशोक कुमार जेना ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
हाईवे पर बरतें खास सावधानी :
- कोहरे के समय सामने की चीज कम ही नजर आती है। इसलिए वाहन के हैड लैंप को वीम पर रखें। हाई वीम लाइट कोहरे से टकराकर रिफ्लेक्ट होती है। इससे वाहन चालक को परेशानी होती है और हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। अपने वाहन में फॉग लाइट अवश्य लगवाएं। कोहरे में वाहन को तेज चलाने की गलती कभी नहीं करें। ओवरटैक या जल्दबाजी कभी न करे अधिकतर दुर्घटना का कारण ओवरटैक ही होता है। कोहरे में प्रवेश करने से पहले अपने वाहन के आइने को ठीक तरह से साफ कर लें ताकि पीछे से आने वाले वाहन साफ नजर आएं। यह जांच कर लें कि वाहन के वाइपर ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। ¨वड स्क्रीन को भी क्लियर कर लें। वाहन लेकर चलते समय पावरफुल टॉर्च हमेशा रखें ताकि यह फॉग सिग्नल देने में काम आ सके। जहां वाहन की लाइट आगे न दिखे वहां टॉर्च की मदद ली जा सकती है। विजिविलिटी सौ मीटर से कम हो तभी लाइट का उपयोग करें।
शहर के अंदरूनी हिस्से में :
शहर के अंदरूनी हिस्से में ट्रैफिक सिग्नल पर ध्यान रखें। ट्रैफिक पुलिस की ओर से दिए जा रहे संकेतों का पालन करें। वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल करें। वाहन पर मोबाइल से बातचीत न करें।
वाहन खराब होने पर :
अगर किसी कारणवश सड़क पर वाहन खराब हो जाय तो साइड लाइट जलाकर रखनी चाहिए ताकि आने जाने वालों को उस पर नजर पड़ सके। इसी तरह हमेशा ध्यान में रहना चाहिए कि सड़क पर कोई वाहन चलते चलते खराब भी हो सकता है। ऐसे में आगे के वाहन का रेडियम स्टीकर या लाइट का ध्यान रखना चाहिए।
नींद आने पर न चलाएं वाहन :
सड़क पर वाहन चलाते समय अगर झपकी आने लगे तो वाहन सड़क के किनारे खड़ा कर दें। क्योंकि इससे अधिक दुर्घटना होती है। नींद आने पर जबरन वाहन कभी न चलाएं। बाद में पूरी तरह आश्वस्त होने पर ही आगे वाहन चलाएं।