घरों में ही पूजे गए औघड़दानी, कोरोना से मुक्ति की कामना

राज्य सरकार की कोविड गाइडलाइन के तहत इस साल भी पवित्र श्रावण मास में शहर के सभी मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:51 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:51 PM (IST)
घरों में ही पूजे गए औघड़दानी, कोरोना से मुक्ति की कामना
घरों में ही पूजे गए औघड़दानी, कोरोना से मुक्ति की कामना

जागरण संवाददाता, राउरकेला : राज्य सरकार की कोविड गाइडलाइन के तहत इस साल भी पवित्र श्रावण मास में शहर के सभी मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। इस कारण सावन महीने के पहले सोमवार को भक्तों ने घरों में ही रह कर औघड़दानी भगवान भोले बाबा की पूजा अर्चना की तथा उपवास रखा। वहीं, मंदिरों और शिवालयों में कोविड नियम के तहत पुजारियो के द्वारा भगवान शंकर की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कर जलाभिषेक किया गया। शाम को बाबा की पूजा के साथ उनकी संध्या आरती कर श्रावण मास का पहला सोमवार मनाया गया। इस दौरान पुजारियों के साथ अनुष्ठान में शामिल कमेटी के सदस्यों ने देश-दुनिया में कोरोना संक्रमण की महामारी को जड़ से खत्म करने के लिए भोले नाथ से प्रार्थना की। घोघड़ेश्वर धाम में भोले बाबा का सूर्य रूप में अलौकिक श्रृंगार : मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रविवार शाम 7 बजे से 8.30 बजे तक घोघड़ेश्वर धाम में भोले बाबा का सूर्य रूप में अलौकिक श्रृंगार किया गया। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिर के पुजारियों ने बाबा का आदित्य रूप में श्रृंगार किया। इस दौरान कुछेक भक्तों ने कोविड नियम के तहत बाबा भोले नाथ के आदित्य स्वरूप का दर्शन किया तथा महाआरती में भाग लेकर परिवार व समाज के लिए मंगल की कामना की। वहीं, ट्रस्ट की ओर से सावन मास में घोघड़ेश्वर महादेव का रोजाना होने वाले श्रृंगार दर्शन के लिए एक एप घोघड़धाम लाइव स्ट्रीम लिंक के जरिए शाम 7.30 से लेकर 8.30 बजे भक्तों के लिए सुविधा मुहैया की गई है। भक्त ॥ह्लह्लश्चह्य:/www.ङ्घश्रह्वह्लह्वढ्डद्ग.ष्श्रद्व/ह्वह्यद्गह्म/द्बह्लह्यह्लश्रह्मद्गह्मद्दश्च/द्यद्ब1द्ग के जरिए घर बैठे बाबा का रोजाना होने वाले श्रृंगार का दर्शन कर सकते हैं।

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