बेजुबानों की सुरक्षा के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रही आरएसपी
सेल राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) का उद्यान कृषि विभाग कोविड-19 महामारी के दौरान इंदिरा गांधी पार्क के चिड़ियाघर और डियर पार्क के जानवरों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) का उद्यान कृषि विभाग कोविड-19 महामारी के दौरान इंदिरा गांधी पार्क के चिड़ियाघर और डियर पार्क के जानवरों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। विभाग, कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप को रोकने और चिड़ियाघरों को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा जारी दिशानिर्देशों का अनुपालन कर रहा है। पार्क के चिड़ियाघरों को 9 अप्रैल, 2021 से आगंतुकों के लिए बंद कर दिया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जितने भी चिड़ियाघर के रखवाले है उनका आरटीपीसीआर परीक्षण नेगेटिव आया हो। चिड़ियाघर में प्रवेश करने पर दो गज की शारीरिक दूरी कायम रखते हुए हेड मास्क, दस्ताने और फेस शील्ड जैसे पीपीई किट का उपयोग करें। चिड़ियाघर के प्रवेश और निकास द्वार पर पोटेशियम परमैंगनेट का घोल पैर धोने के लिए उपलब्ध कराया गया है। पशु रक्षकों की स्वास्थ्य जांच दैनिक आधार पर कड़ाई से की जा रही है। किसी भी बीमारी के मामले में चिड़ियाघर के रखवालों को सलाह दी गई है कि इसके बारे तुरंत सूचित करें और उचित चिकित्सा के साथ घर पर रहें। चिड़ियाघर के जानवरों के निकट संपर्क से बचें।
दैनिक आधार पर खरीदे जाने वाले फलों, सब्जियों, अंडों, मछलियों आदि जैसी खराब होने वाली खाद्य सामग्री को लाने के बाद एक फीसद पोटेशियम परमैंगनेट घोल से अच्छी तरह धोया जा रहा है। दूध के पैकेट को खोलने से पहले पोटेशियम परमैंगनेट के घोल में डुबोया जाता है। दैनिक रखरखाव के लिए प्रत्येक बाड़े में प्रवेश करने से पहले साबुन से हाथ धोना अनिवार्य है। शरीर के तापमान का आकलन करने के लिए इंफ्रा-रेड थर्मामीटर से प्राइमेट (रीसस बंदर) की स्वास्थ्य जांच नियमित रूप से की जा रही है।
विसंक्रमण अभियान के तहत जानवरों के बाड़ों के भीतर विरुसीडल एजेंट (विर्कन-एस) का छिड़काव और चिड़ियाघर के बाड़ों और मार्गों के बाहर फॉर्मलाडेहाइड का छिड़काव नियमित रूप से किया जा रहा है। खाना देने वाले वाहनों को छोड़कर बाहर के वाहनों को चिड़ियाघर परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। स्वास्थ्य और स्वच्छता के रखरखाव को हर स्तर पर सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। स्थिति पर नजर रखने के लिए 24 घंटे कड़ी निगरानी की जा रही है।