जैविक कृषि के लिए एनआइटी व आरएसपी में समझौता

जैविक कृषि क्षेत्र के विकास के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला एवं राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की ओर से एक समझौता पर हस्ताक्षर किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 09:46 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 09:46 PM (IST)
जैविक कृषि के लिए एनआइटी व आरएसपी में समझौता
जैविक कृषि के लिए एनआइटी व आरएसपी में समझौता

जागरण संवाददाता, राउरकेला : जैविक कृषि क्षेत्र के विकास के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) राउरकेला एवं राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की ओर से एक समझौता पर हस्ताक्षर किया गया है। आरएसपी के निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) विभाग से कुल 45 लाख रुपये की लागत पर चार साल की परियोजना का काम शुरू किया जायेगा। इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ ही जैविक खाद के समुचित उपयोग एवं अच्छी खेती के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

राउरकेला इस्पात संयंत्र के निगमित सामजिक दायित्व विभाग के अधीन परियोजना वेस्ट टू हेल्थ सस्टेनेवल एंड इनोवेटि आर्गनिक फार्मिंग टेक्निक नाम से इस परियोजना का नामकरण किया गया है। चार साल की इस परियोजना में एनआइटी राउरकेला की ओर से सात सौ किसानों को कृषि संबंधित आवश्यक प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम है। विशेष तौर पर राउरकेला इस्पात संयंत्र के पारिप‌िर्श्वक क्षेत्र के गांव के किसान इसमें शामिल किए जाएंगे। इसमें महिला किसानों को प्राथमिकता देना एवं उन्हें स्वावलंबी बनाना मुख्य लक्ष्य है। जैविक खेती से अच्छी उपज होने के साथ इसकी गुणवत्ता भी अच्छी होगी तथा बाजार में आम फसल की तुलना में इसकी मांग भी अधिक होने के साथ अच्छी कीमत भी मिल सकेगी। दोनों संस्थानों की ओर उम्मीद जताई गई है कि इससे किसानों को लाभ मिलेगा। आरएसपी एवं एनआइटी के बीच इस परियोजना के लिए हुए समझौते के दौरान एनआइटी के निदेशक अनिमेश विश्वास, प्रो. देवयान सरकार, प्रो. निहार रंजन मिश्र, प्रो. रामचंद्र प्रधान, जैविक कृषि कंसल्टेंट उदय चंद्र पात्र, राउरकेला इस्पात संयंत्र के महाप्रबंधक शहर प्रशासन, सीएसआर विभाग के प्रमुख समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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