जिले में बेड, दवा व टेस्टिग किट पर्याप्त : जिलापाल

कोरोना से निपटने के लिए जिले में प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 09:03 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 09:03 PM (IST)
जिले में बेड, दवा व टेस्टिग किट पर्याप्त : जिलापाल
जिले में बेड, दवा व टेस्टिग किट पर्याप्त : जिलापाल

जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोरोना से निपटने के लिए जिले में प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही है। सभी कोरोना मरीजों को मुफ्त में चिकित्सा सुविधा सरकार की ओर उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए राउरकेला के जेपी अस्पताल, हाइटेक मेडिकल कालेज, शांति मेमोरियल अस्पताल में इलाज की व्यवस्था है। कोरोना को लेकर आतंकित होने की जरूरत नहीं है। जिले में दवा, टेस्टिग किट भी पर्याप्त है। जिलापाल निखिल पवन कल्याण ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह बात कही।

जिलापाल ने कहा कि जिले में कोरोना रोगियों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। पिछले साल की तुलना में सर्वाधिक संक्रमण की सीमा पार कर चुका है। पहले की तरह तीन अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज शुरू हो गया है। जेपी अस्पताल में सौ बेड, 60 आइसीयू, एवं 30 वेंटिलेटर हैं जबकि हाइटेक में 145 सामान्य बेड, 15 वेंटिलेटर, 40 ऑक्सीजन युक्त बेड हैं। उदितनगर स्थित शांति मेमोरियल अस्पताल में 105 सामन्य बेड, 10 वेंटिलेटर एवं 10 बेड अत्यंत जटिल मरीजों के लिए हैं। इसी प्रकार सुंदरगढ़ स्थित एनटीपीसी अस्पताल में 400 सामान्य बेड हैं। एक साथ सात सौ से अधिक मरीजों का अस्पताल में इलाज किया जा सकता है। सरकारी अस्पातल की स्वीकृति पर सभी निजी अस्पताल भी कोरोना मरीजों का इलाज कर सकेंगे। जिलापाल या मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अनुमति के बगैर कोई भी अस्पताल रोगी का इलाज करने से इंकार नहीं कर सकते हैं। जिले में कोरोना टेस्टिग क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। हर दिन अब 800 आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। आगामी दिनों में इसे बढ़ाकर एक हजार किया जाएगा। इसके अलावा एंटीजेन व ट्रीनेट टेस्ट भी किया जा रहा है एवं हर दिन 2500 लोगों की जांच कराने की योजना है। आरजीएच समेत विभिन्न अस्पतालों में टेस्टिग किट हैं। जिले के कुल 27 स्थानों पर कोरोना टीकाकरण का काम चल रहा है। हर दिन 10 से 12 हजार लोगों को टीका लग रहा है। वहीं, विभिन्न स्थानों पर कोविड केयर सेंटर खुल रहे हैं जहां दो से ढाई हजार लोगों को रख कर इलाज किया जा सकेगा। झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में हर दिन तीन चार हजार मरीज मिल रहे हैं इस कारण इन राज्यों की सीमा को सील कर दिया गया है। बाहर से आने वालों को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट होने के बाद ही प्रवेश की अनुमति होगी। इस जटिल समय में जनता से सहयोग करने एवं गाइडलाइन का पालन करने का अनुरोध उन्होंने किया है।

chat bot
आपका साथी