राउरकेला में पांच सौ बेड वाला कोविड केयर सेंटर शीघ्र
सुंदरगढ़ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होने व रेड जोन में चले जाने के कारण स्थिति ंिचंताजनक हो गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होने व रेड जोन में चले जाने के कारण स्थिति ंिचंताजनक हो गई है। लगातार दो दिनों से तीन सौ से अधिक मरीजों की पहचान हो रही है। इस पर निगरानी रखने के लिए सरकार की ओर से वरिष्ठ आइएएस अधिकारी निकुंज बिहारी धल को दायित्व दिया गया है। अस्पतालों में बेड की कमी को देखते हुए एक दो दिनों में पांच सौ बेड वाले कोविड केयर सेंटर की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए बीपीयूटी के पास निर्मित आकांक्षा छात्रावास की पहचान की गई है।
राउरकेला सरकारी अस्पताल में अन्य रोगियों में संक्रमण की आशंका से बंद करने के साथ ही यहां जांच भी बंद किया गया है। इसके स्थान पर उदितनगर स्थित शांति मेमोरियल अस्पताल में जांच कराई जा रही है। आरजीएच एवं शांति मेमोरियल अस्पताल में क्षमता 60 है। यहां बेड खाली नहीं होने के कारण मुश्किलें बढ़ गई हैं। रोगियों को वेंटिलेटर की भी जरूरत हो रही है पर यह उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। बेड की कमी को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पहले चरण में पांच सौ बेड वाले कोविड केयर सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। दो तीन दिनों में इसका काम पूरा कर लिया जाएगा। पहले जहां कोविड केयर सेंटर चल रहे थे वहां समस्या होने के कारण नए स्थान की तलाश करने के बाद नगर निगम की ओर से बीजू पटनायक तकनीकी विश्वविद्यालय के पास नव निर्मित आकांक्षा-1 एवं आकांक्षा-2 में दो-दो सौ बेड वाले कोविड केयर सेंटर बनाए जाएंगे। पहले चरण में बागबुड़ी स्थित महिला छात्रावास को सौ बेड वाला कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। इसके बाद आवश्यकता अनुसार आकांक्षा छात्रावास के लिए बेड व अन्य व्यवस्था की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल कोरोना की लहर के दौरान शहर में कुल 1700 बेड के कोविड केयर सेंटर खोला गया था। इसमें बीपीयूटी के तीन हॉस्टल में 780, पानपोष सरकारी स्वयंशासित कालेज के तीन हॉस्टल में चार-चार सौ, सेक्टर-4 व सेक्टर-7 में एक-एक सौ बेड की व्यवस्था की गई थी। कोरोना रोगियों की संख्या में कमी आने के बाद सभी को बंद कर दिया गया था। अब रोगियों की संख्या बढ़ने के कारण इन्हें फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है।