निजी अस्पताल से वापस मिले 1.17 लाख रुपये

मो सरकार एवं बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना का स्मार्ट हेल्थ कार्ड होने के बावजूद हेमगिर ब्लॉक के गर्जन बहाल की 18 वर्षीय संयुक्ता जयपुरिया के इलाज के एवज में भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल के द्वारा दो लाख रुपये लिया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 08:41 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 08:41 AM (IST)
निजी अस्पताल से वापस मिले 1.17 लाख रुपये
निजी अस्पताल से वापस मिले 1.17 लाख रुपये

जागरण संवाददाता, राउरकेला : मो सरकार एवं बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना का स्मार्ट हेल्थ कार्ड होने के बावजूद हेमगिर ब्लॉक के गर्जन बहाल की 18 वर्षीय संयुक्ता जयपुरिया के इलाज के एवज में भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल के द्वारा दो लाख रुपये लिया गया था। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने हस्तक्षेप किया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर निजी अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिवार वालों के बैंक खाते में मंगलवार को 1.17 लाख रुपये वापस जमा करा दिए हैं।

हेमगिर ब्लॉक के गर्जनबहाल गांव निवासी गोप जयपुरिया की 18 वर्षीय बेटी संयुक्ता जयपुरिया को दुर्घटना में चोट लगी थी। सिर में चोट लेने के कारण उसकी हालत ठीक नहीं थी। उसे इलाज के लिए पहले हेमगिर अस्पताल फिर वहां से सुंदरगढ़ जिला अस्पताल भेजा गया। वहां से बुर्ला मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। यहां संपूर्ण इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण उसे भुवनेश्वर के निजी अस्पताल में भर्ती कराने का परामर्श दिया गया। विगत 11 अक्टूबर को उसे लेकर परिवार के लोग भुवनेश्वर गए एवं इलाज शुरू किया गया। परिवार के पास बीजू हेल्थ स्मार्ट कार्ड था इसके बावजूद निजी अस्पताल में इलाज के लिए पैसे मांगे गए। आइसीयू में भर्ती कर उसके पिता को बैल बेच कर दो लाख रुपये का जुगाड़ करना पड़ा। पहले पैसा देकर इलाज कराने के चलते बीजू हेल्थ कार्ड काम नहीं आने की बात कही गई एवं उनसे पूरा पैसा लिया गया। यह मामला सामने आने के बाद नीचे से ऊपर स्तर के अधिकारियों व नेताओं में खलबली मच गई। 10 नवंबर को अस्पताल की टीम व प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिवार से मिले और खर्च राशि के संबंध में जानकारी ली। साथ ही लिखित बयान दर्ज कर भेजा गया था। इसके बाद मंगलवार को निजी अस्पताल से 1.17 लाख रुपये उसके एकाउंट में वापस भेजे गए हैं।

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