कड़ी सुरक्षा के बीच पुरी में तोड़े गए जर्जर मकान, लोगों ने किया विरोध; पुलिस बल तैनात
Shabby house demolished. कड़ी सुरक्षा के बीच पुरी शहर में प्रशासन ने फिर से जर्जर मकानों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, पुरी। ओडिशा के पुरी शहर में एक बार फिर श्रीमंदिर से 75 मीटर की चौहद्दी में आने वाले अवैध निर्माण एवं जर्जर मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया रविवार से शुरू कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच ग्रांड रोड के पास शहर केंद्र स्थल में रहने वाले म्यांसीपाल्टी मार्केट के 159 दुकानों घरों के साथ दइतापड़ा मछली मार्केट को तोड़ने का काम शुरू किया गया है। किसी भी प्रकार की उत्तेजना को देखते हुए उक्त जगहों पर 10 प्लाटुन पुलिस बल तैनात किए गए हैं। 4 जेसीबी के जरिए इन घरों को सुबह से ही तोड़ा जा रहा है। इससे पहले इन घरों को खतरनाक घोषित कर दिया गया था।
प्रशासन की मौजूदगी में जैसे इन दुकानों घरों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई प्रभावित लोग सड़क पर आ गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों का कहना है पुनर्वास करने के बाद हमें हटाना चाहिए। बावजूद इसके कड़ी सुरक्षा के बीच प्रशासन ने निर्माण स्थलों को तोड़ने का काम जारी रखा।
गौरतलब है कि नवीनकर कार्य के लिए अबड़ा योजना में राज्य सरकार ने 35 करोड़ रुपये मंजूर किया हुआ है। उसके लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। 18 महीने में निर्माण कार्य संपन्न कराने को सरकार ने लक्ष्य रखा है। इसमें 450 दुकान घर तथा 100 चार पहिया वाहन पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, जहां पर दुकानदारों को पुनर्वास करने का सरकार ने लक्ष्य रखा है।
ओडिशा में इससे पहले भी कई बार अवैध निर्माण तोड़ने का विरोध हो चुका है। ओडिशा में जब भी अवैध निर्माण तोड़ने का काम शुरू होता है, तब लोग इसका विरोध करते हैं। इसी के चलते रविवार को भी प्रशासन को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अवैध निर्माण की वजह से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।