कार्तिक माह के लिए श्रीमंदिर की रीति नीति निर्धारित: भोर में 4 बजे खुल जाएंगे द्वार

कार्तिक माह के लिए श्रीमंदिर की रीति नीति का निर्धारण हो चुका है भोर में 400 बजे मंदिर के द्वार खुल जाएंगे। 27 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक श्रीमंदिर की रीति नीति निर्धारित किए जाने की बात पता चली है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 10:58 AM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 10:58 AM (IST)
कार्तिक माह के लिए श्रीमंदिर की रीति नीति निर्धारित: भोर में 4 बजे खुल जाएंगे द्वार
महाप्रभु श्रीमंदिर में प्रशासन की तरफ से नीतियों का निर्धारण कर दिया गया है।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कार्तिक महीने के लिए महाप्रभु श्रीमंदिर जगन्नाथ में होने वाली विभिन्न नीतियों के लिए श्रीमंदिर प्रशासन की तरफ से नीतियों का निर्धारण कर दिया गया है। नीति सब कमेटी के  द्वारा प्रस्तुत की गई सूची में कार्तिक महीने की पूरी नीति को शामिल किया गया है। नीति के मुताबिक भोर 4 बजे श्रीमंदिर का द्वार खोलने के बाद मंगल आरती, मइलम, तड़पलागी, भोग मंडप, दोपहर की धूप इसके बाद दूसरा भोग मंडप एवं शाम की आरती, शाम की धूप, बड़ सिंहार वेश आदि सम्पन्न किया जाएगा।

इसके साथ ही 25 नवम्बर को लक्ष्मीनारायण वेश, 26 नवम्बर को बांगचुड़ा वेश, 27 नवम्बर को नागार्जुन वेश, 28 नवम्बर को त्रिविक्रम वेश, 29 नवम्बबर को लक्ष्मीकान्त वेश, 30 नवम्बर को राजाधिराज वेश होगा। 27 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक श्रीमंदिर की रीति नीति निर्धारित किए जाने की बात पता चली है।

श्रीमंदिर के द्वारों पर चढ़ेगी चांदी की परत 

 देश के चारों धामों में से एक महाप्रभु श्रीजगन्नाथ जी मंदिर के तीनों द्वार ( जय विजय द्वार, कलाहाट द्वार एवं बेहरण द्वार) पर चांदी की परत चढ़ाये जाने के बाद अब अन्‍य पांच द्वारों पर भी चांदी की परत चढ़ायी जाएगी। श्रीमंदिर के उपरोक्त तीन द्वार के साथ ही सातपाहाच द्वार, पश्चिम भोगमंडप द्वार, नृसिंह मंदिर, मां विमला एवं मां महालक्ष्मी मंदिर के गर्भ द्वार में चांदी की परत चढ़ायी जाएगी। 

 जानकारी के अनुसार इसके लिए श्रीमंदिर प्रशासन की तरफ से 15 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी की पहली बैठक 27 अक्टूबर को निलाद्री भक्त निवास पर होगी। इसमें मुंबई के चांदी कारीगर भी हिस्‍सा लेंगे और अपने डिजाइन के बारे में बताएंगे। विस्तृत चर्चा के बाद ही डिजाइन को अंतिम रूप दिया जाएगा। उसी प्रकार इस मामले में चांदी रखने के लिए स्ट्रांग रूम, कारीगर के रहने की व्यवस्था करने, सीसीटीवी कैमरा लगाने आदि के संदर्भ में बैठक में बातचीत की जाएगी। महाप्रभु को दान देने के लिए भक्तों की तरफ से भी विशेष आग्रह किया जा रहा है।

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