रथयात्रा के दौरान जमीन, आसमान व समुद्र से होगी निगरानी
महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा आगामी 14 जुलाई को होनी ह
जागरण संवाददाता, पुरी : महाप्रभु श्री जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा आगामी 14 जुलाई को होनी है। इसमें हर साल की तरह इस साल भी 10 से 12 लाख श्रद्धालुओं का समागम होने का अनुमान है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इस अवसर पर की जा रही तमाम तैयारियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में रथयात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवा, बिजली सेवा, पेयजल की व्यवस्था, श्रद्धालुओं के अनुशासित ढंग से दर्शन करने की व्यवस्था, आवागमन की व्यवस्था व पार्किंग व्यवस्था समेत अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई दिशा निर्देश भी दिए।
बैठक में कहा गया कि रथयात्रा के दौरान जमीन से लेकर आसमान एवं समुद्र हर जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम प्रशासन की तरफ से किया जाएगा। 85 प्लाटून पुलिस बल के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था सु²ढ़ करने के लिए शहर में तैनात रहेंगे। रथयात्रा के दिन डॉग स्क्वार्ड, बम स्क्वार्ड के साथ शहर के कई मकानों पर कमांडो फोर्स के जवान तैनात रहेंगे। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे से तमाम हरकतों पर नजर रखी जाएगी, ताकि प¨रदा भी पर न मार सके।
स्वास्थ्य सेवा के मद्देनजर राज्य के 23 जिलों से 163 डॉक्टर नियोजित करने का निर्णय लिया गया है। ये लोग 12 जुलाई से लेकर 26 जुलाई तक श्रीक्षेत्र धाम में तैनात रहेंगे। इसके अलावा 350 पारामेडिकल स्टॉफ शहर के विभिन्न इलाकों में नियुक्त किए जाएंगे। 34 सरकारी और 36 एनजीओ स्वास्थ सेवा में तैनात रहेंगे। रथयात्रा के समय जिला अस्पताल में अतिरिक्त 50 शय्या की व्यवस्था की जाएगी। पेयजल की कोई किल्लत न हो इसके लिए 200 स्टैंड पोस्ट भक्तों के लिए व 250 पुलिस के लिए बनाया जाएगा। इसके अलावा 757 नलकूप की व्यवस्था की गई। रथयात्रा के समय शहर में बिजली की कटौती नहीं की जाएगी। यदि किसी कारणवश बिजली जाती है तो वैकल्पिक व्यवस्था के लिए 15 जनरेटर की व्यवस्था की गई है। शहर के तमाम बिजली खंभों पर एलईडी लाइड लगाई जाएगी, जो रथायात्रा संपन्न होने तक लगी रहेगी। इस अवसर पर रथयात्रा की विशेष पुस्तक का भी मुख्यमंत्री ने विमोचन किया।
बैठक में मुख्य प्रशासक प्रदीप कुमार महापात्र, मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पाढ़ी, पुलिस डीजी डा. राजेंद्र प्रसाद शर्मा, कानून मंत्री प्रताप जेना, राजस्व मंत्री महेश्वर महांती, पंचायतीराज मंत्री प्रदीप महारथी, नगर विकास विभाग के मंत्री निरंजन पुजारी, ऊर्जा मंत्री सुशांत ¨सह, राजस्व केंद्रांचल आयुक्त डीवी स्वामी, पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ ठाकुर, केंद्रांचल आरडीसी सौमेंद्र प्रियदर्शी, पुरी जिलाधीश अरविंद अग्रवाल, पुरी एसपी सार्थक षडंगी, पुरी नगरपाल जयंत कुमार षडंगी, श्रीमंदिर के वरिष्ठ सेवक एवं राज्य के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।