Akshaya Tritiya 2020: लॉकडाउन में भी पूरेे विधि विधान से होगी श्रीमंदिर में अक्षय तृतीया एवं चंदन यात्रा

Akshaya Tritiya 2020 लॉकडाउन का उल्‍लंघन किये बिना अक्षय तृतीया एवं 21 दिवसीय चंदन यात्रा श्रीमंदिर परिसर में ही होगी । रथयात्रा का निर्णय केंद्र एवं राज्य सरकार लेगी।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Sat, 25 Apr 2020 09:26 AM (IST) Updated:Sat, 25 Apr 2020 09:26 AM (IST)
Akshaya Tritiya 2020: लॉकडाउन में भी पूरेे विधि विधान से होगी श्रीमंदिर में अक्षय तृतीया एवं चंदन यात्रा
Akshaya Tritiya 2020: लॉकडाउन में भी पूरेे विधि विधान से होगी श्रीमंदिर में अक्षय तृतीया एवं चंदन यात्रा

पुरी, जागरण संवाददाता। लाॅॅकडाउन के कारण श्रीमंदिर के बाहर यदि प्रतिबंध लगाए गए हैं तो मेघनाद दीवार के अंदर आवश्यक विधान कर महाप्रभु के तमाम कार्यक्रम किया जाए। अक्षय तृतीया, चंदन यात्रा एवं रथयात्रा को लेकर ढाई घंटे तक चली बैठक के बाद जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने यह निर्देश दिया है। 

शंकराचार्य के निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव ने कहा है कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के किसी भी प्रतिबंधक का उल्लंघन किए बिना सभी विधि विधान किए जाएंगे। महाप्रभु की रथयात्रा संबंधित अक्षय तृतीया नीति मेघनाद पाचेरी परिसर में होगी। हालांकि किस जगह पर यह कार्य होगा, वह पूरी के जिलाधीश तथा श्रीमंदिर के मुख्य मुख्य प्रशासक बलवंत सिंह सेवायतों के साथ चर्चा कर निर्धारित करेंगे। इस बार महाप्रभु की 21 दिवसीय चंदन यात्रा श्रीमंदिर परिसर में ही होगी। रथयात्रा का निर्णय केंद्र एवं राज्य सरकार को लेना है।

 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक

महाप्रभु की चंदन यात्रा एवं रथ यात्रा को लेकर श्री मंदिर संचालन कमेटी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक के बाद गजपति महाराज ने उपरोक्त जानकारी दी है। शंकराचार्य से मुलाकात के बाद गजपति महाराज दिव्य सिंहदेव ने बताया कि सभी अनुष्ठान मंदिर परिसर के अंदर आयोजित किया जाएगा। अक्षय तृतीया (26 अप्रैल) को रथयात्रा के लिए रथ निर्माण अनुष्ठान की शुरुआत श्री जगन्नाथ मंदिर परिसर के अंदर होगी। 21 दिनों की चंदन यात्रा समेत सभी नीतियां 3 मई तक मंदिर परिसर में ही आयोजित होंगी।

 रथयात्रा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार लेगी निर्णय

गजपति महाराज की घोषणा के अनुसार, अक्षय तृतीय से लेकर सभी नीतियां तीन मई तक मंदिर परिसर में आयोजित होंगी क्योंकि इन दिनों लॉकडाउन चल रहा है। इसके साथ ही रथयात्रा को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें निर्णय लेंगी। देश में जैसी भी परिस्थिति रही हो पिछले 284 साल से कभी भी महाप्रभु की रथयात्रा बंद नहीं हुई है। ऐसे में सतर्कता के तौर पर महाप्रभु की रथ यात्रा का आयोजन करने का प्रस्ताव बैठक में दिया गया है।

समय आने पर होगा निर्णय 

आज की बैठक में श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक डा किशन कुमार, जिलाधिकारी बलवंत सिंह, पुलिस अधीक्षक डा उमाशंकर दास व अन्य उपस्थित थे। गजपति महाराज ने कहा है कि रथयात्रा में अभी काफी वक्त है। इसलिए इस पर समय आने पर निर्णय लिया जाएगा‌ और इस पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी राज्य और केंद्र सरकार को दी गयी है‌। हमारी भावना है कि परंपराओं का पालन करते हुए महाप्रभु की सभी नीतियां पालन की जाए, लेकिन इस पर सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से राज्य और केंद्र सरकार को निर्णय लेना होगा।

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