फावड़ा, बेलचा के साथ मनरेगा मजदूरों का प्रदर्शन
मनरेगा योजना के तहत गरीब व मेहनत करने वालों को सरकार रोजगार मुहैया करा रही है। हालांकि इस योजना में दिन प्रतिदिन कुव्यवस्था भी हावी होते जा रही है। इस योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों को समय से मजदूरी नहीं मिल रही है। काम करने के एक माह बाद भी मजदूरी नहीं मिलने से नाराज मजदूरों ने शुक्रवार को बेलचा फावड़ा व भार लेकर लैयकरा प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया।
संसू, झारसुगुड़ा : मनरेगा योजना के तहत गरीब व मेहनत करने वालों को सरकार रोजगार मुहैया करा रही है। हालांकि, इस योजना में दिन प्रतिदिन कुव्यवस्था भी हावी होते जा रही है। इस योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों को समय से मजदूरी नहीं मिल रही है। काम करने के एक माह बाद भी मजदूरी नहीं मिलने से नाराज मजदूरों ने शुक्रवार को बेलचा, फावड़ा व भार लेकर लैयकरा प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। वे बकाया मजदूरी की मांग कर रहे हैं।
बता दें, मनरेगा योजना के तहत में लैयकरा पंचायत में दर्जनों श्रमिक मिट्टी भराई का काम कर रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि वे डेढ़ माह से अधिक समय से काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उनकी मजदूरी नहीं मिल रही है। इस बाबत वे कई बार श्रमिक पंचायत प्रबंधक से अनुरोध कर थक चुके हैं। लेकिन उन्होंने उनकी बातों को हर बार अनसुनी कर दी। अंत में गुस्साए श्रमिकों ने शुक्रवार को लैयकरा प्रखंड कार्यालय के समक्ष हाथों में बेलचा, फावड़ा व भार लेकर प्रर्दशन किया। मजदूरों का कहना था कि काम करने के पहले उनसे कहा गया था कि 15 दिन के अंदर उनके एकाउंट में पैसा डाल दिया जाएगा। मगर 45 दिन बाद भी मजदूरी नहीं दी गई। हम गरीब लोग काम कर परिवार चलाते है, अगर डेढ़ माह तक पैसा नहीं मिलेगा तो किस प्रकार परिवार चलाएंगे। श्रमिकों के विरोध प्रर्दशन के बाद मनरेगा के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी सुनयना बेहरा, सहकारी अभियंता दिलीप मिश्रा ने श्रमिकों को आश्वासन दिया की सात दिनों के अंदर सभी का बकाया उनके एकाउंट में जमा कर दिया जाएगा। इसके बाद श्रमिकों ने अपना विरोध प्रर्दशन समाप्त किया। इस संबंध में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति बेहरा से पूछने पर उन्होंने कहा कि यह हमारे हाथ में नही है। स्टेट से ही सीधे पैसा लाभुकों के एकाउंट में जमा होता है। वर्तमान में स्टेट फंड में पैसा नही होने से क्रेडिट नही हो पा रहा है। एक सप्ताह में फंड आ जाएगा और श्रमिकों को उनकी मजदूरी प्रदान कर दी जाएगी।
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कोट
स्टेट फंड में एक सप्ताह के अंदर फंड आने वाला है। मजदूरों को सात दिनों के अंदर राशि उनके खातों में भेज दी जाएगी।
सुनयना बेहरा, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, मनरेगा