ग्रामीणों ने की ओपीजीसी के ऐश पोंड को हटाने की मांग

लखनपुर ब्लॉक के बनहरपाली स्थित ईब थर्मल पावर प्रकल्प के ऐश पोंड से प्रभावित संसारटिकरा गांव के लोग बुधवार को जिला प्रशासन की चौखट तक पहुंच गए। ब्रजराजनगर की पूर्व विधायक राधारानी पंडा के नेतृत्व में जिला परिषद सदस्य सामल नायक व गांव की मां अंबिका महिला स्वयंसेवी समूह की सदस्यों ने उपजिलाधीश शिव शंकर टोप्पो से मुलाकात कर इस समस्या पर विस्तार से चर्चा की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 08:00 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:00 AM (IST)
ग्रामीणों ने की ओपीजीसी के ऐश पोंड को हटाने की मांग
ग्रामीणों ने की ओपीजीसी के ऐश पोंड को हटाने की मांग

संसू, ब्रजराजनगर : लखनपुर ब्लॉक के बनहरपाली स्थित ईब थर्मल पावर प्रकल्प के ऐश पोंड से प्रभावित संसारटिकरा गांव के लोग बुधवार को जिला प्रशासन की चौखट तक पहुंच गए। ब्रजराजनगर की पूर्व विधायक राधारानी पंडा के नेतृत्व में जिला परिषद सदस्य सामल नायक व गांव की मां अंबिका महिला स्वयंसेवी समूह की सदस्यों ने उपजिलाधीश शिव शंकर टोप्पो से मुलाकात कर इस समस्या पर विस्तार से चर्चा की। मुलाकात करने वालो में महिला समूह की अध्यक्ष लिली सेठ, सचिव तुलसी सेठ, कोषाध्यक्ष संजुलता सेठ इत्यादि शामिल थे। इन महिलाओं ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि ऐश पोंड से समय-समय पर उड़ने वाली राख से पूरा गांव धूल धूसरित हो जाता है। ग्रामीण दूषित प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। ग्रामवासियों शुरू से ही ऐश पोंड के निर्माण का विरोध कर रहे थे। परंतु ओपीजीसी ने जबरन इसका निर्माण कराया है। अब ग्रामवासी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कंपनी प्रबंधन से ऐश पोंड को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग भी की है। ऐश पोंड के निर्माण के दौरान जिलाधीश सरोज कुमार सामल ने ग्रामवासियो की मांग को उचित मानते हुए इस संबंध में राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट किया था। उन्होंने आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया था। अब दो वर्ष से अधिक समय बीत चुका है। फिर भी ग्रामीणों को अब तक किसी दूसरे स्थल पर स्थानांतरित नहीं किया गया। ऐश पोंड के आसपास रहने के कारण गांव के लोग अस्वास्थ्यकर वातावरण में रहने को मजबूर हैं। ज्ञात हो कि महिला समूह ने ग्रीन ट्रिब्यूनल के सामने भी इस मामले को रखा है। साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का ध्यान भी इस ओर आकृष्ट किया है। महिला समूह ने चेतावनी दी है कि शीघ्र ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उन्हें आंदोलन को और तेज करना पड़ेगा।

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