ग्राम उत्थान से पूरे देश में रामराज्य का होगा उदय : राज्यपाल

बामड़ा से 25 किमी. दूर सुंदरगढ़ जिला के जरंगलोई में एकल ग्रामोत्थान फाउंडेशन केअंतर्गत आरआर ग्रामोत्थान प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र का लोकार्पण समारोह संपन्न हुआ। बतौर मुख्य अतिथि ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल कोविड प्रोटोकॉल के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 06:00 AM (IST)
ग्राम उत्थान से पूरे देश में रामराज्य का होगा उदय : राज्यपाल
ग्राम उत्थान से पूरे देश में रामराज्य का होगा उदय : राज्यपाल

संसू, बामड़ा : बामड़ा से 25 किमी. दूर सुंदरगढ़ जिला के जरंगलोई में एकल ग्रामोत्थान फाउंडेशन केअंतर्गत आरआर ग्रामोत्थान प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र का लोकार्पण समारोह संपन्न हुआ। बतौर मुख्य अतिथि ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल कोविड प्रोटोकॉल के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने वर्चुअल मोड पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया और एकल अभियान के कायरें की प्रशंसा की। कहा, ग्राम उत्थान से पूरे देश में रामराज्य का उदय होगा। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपनी ओर से जरंगलोई केंद्र के लिए 5 लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा भी की। एकल ग्रामोत्थान फाउंडेशन के चेयरपर्सन सुरेंद्र जिंदल की अध्यक्षता में आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम में एकल अभियान के मार्ग दर्शक श्यामजी गुप्त, मुख्य संरक्षक पद्मश्री रामेश्वरलाल काबरा, उनकी पत्नी रातनि देवी काबरा, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप षाड़ंगी, आरआर केबल के एमडी त्रिभुवन दास काबरा, वनबंधु परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश सरावगी, भाजपा नेता रंजन पटेल, स्वामी परमानंद सरस्वती, नरेश जैन, रमेश महेश्वरी, माधवेंद्र आदि मंचासीन थे। ग्रामोत्थान योजना के केंद्रीय सचिव राची की उषा जालान और पूर्व क्षेत्र के आचलिक प्रमुख अशोक गाधी ने कार्यक्रम का संचालन किया। पद्मश्री रामेश्वर लाल काबरा समेत अन्य अतिथियों ने पूजा-अर्चना व पूर्णाहुति के बाद अनुसंधान केंद्र का लोकार्पण किया। 1979 में श्यामजी गुप्त के मार्गदर्शन में एकल अभियान की शुरुआत की गई थी। एकल परिवार देश का सबसे बड़ा एनजीओ है। इसमें 4 लाख वालंटियर कार्य करते हैं। स्वाभिमान की ओर एक कदम एकल परिवार का ध्येय वाक्य है। एकल परिवार की ओर से पूरे देश में 140 आत्मनिर्भर सेंटर चलाए जा रहे हैं। जरंगलोई केंद्र 40 एकड़ क्षेत्र में बना देश का सबसे बड़ा केंद्र है। पद्मश्री रामेश्वर लाल काबरा ने कहा कि आने वाले समय में आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में यह केंद्र नया आयाम बनेगा। झारसुगुड़ा से सुरेश बोंदिया, सुभाष संघीय, रमेश गाधी, सुरेश गाधी, दिनेश जैन, महेंद्र केडिया, मनीष साह, आनंद जैन, डा. डॉली लाठ, संबलपुर से विजय केडिया, चंदू सर्राफ, गोविंद अग्रवाल, राउरकेला से महेश अग्रवाल, अरुण अग्रवाल, बामड़ा से सोमनाथ केसरी, जेके लाठ समेत बड़ी संख्या में सुंदरगढ़ व आसपास के अंचल की महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।

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