कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर व आइसीयू कि बेड संख्या 50 तक बढ़ाने कि मांग

जिले में कोरोना से मुकाबले कि दिशा में प्रशासनिक तैयार को लेकर अनेक सवाल उठने लगे हैं। जिले में वेंदात टीआरएल क्रोसाकी ओपीजीसी जैसे बृहद शिल्प संस्था एवं एमसीएल जैसी बड़ी कोयला खदान शुरू से ही आधारभूत विकास के लिए हाथ बढ़ाते आए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 07:33 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 07:33 PM (IST)
कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर व आइसीयू कि बेड संख्या 50 तक बढ़ाने कि मांग
कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर व आइसीयू कि बेड संख्या 50 तक बढ़ाने कि मांग

संसू, झारसुगुड़ा : जिले में कोरोना से मुकाबले कि दिशा में प्रशासनिक तैयार को लेकर अनेक सवाल उठने लगे हैं। जिले में वेंदात, टीआरएल क्रोसाकी, ओपीजीसी जैसे बृहद शिल्प संस्था एवं एमसीएल जैसी बड़ी कोयला खदान शुरू से ही आधारभूत विकास के लिए हाथ बढ़ाते आए हैं। फिर भी झारसुगुड़ा जिला पीछे ही है। जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने एक बार फिर से प्रशासन की तैयारी कि पोल खोल दी है। शनिवार को

जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या सौ पार गई है। जो चिता का विषय है। वहीं झारसुगुड़ा कोविड अस्पताल में आवश्यक वेंटिलेटर व आइसीयू बेड कि संख्या नहीं होने से यहां कोरोना से पीड़ित गंभीर रोगियों को बेड नहीं मिल पा रहा है। कोरोना मुकाबला के लिए आधारभूत संरचना का अभाव जिला वासियों को प्रतिक्रियाशील करने लगा है। लोग इसके लिए राजनैतिक इच्छा शक्ति व प्रशासनिक अवहेलना को जिम्मेदार मान रहे हैं। विदित हो कि झारसुगुड़ा के मंगल बाजार स्थित पुराने जिला मुख्य अस्पताल का पुनरुद्धार कर गत वर्ष इसे कोविड अस्पताल बनाया गया था। इसमें आइसोलेशन वार्ड की सौ बेड, आइसीयू के लिए दस बेड व स्टेप डाउन के लिए सात बेड की व्यवस्था पहले की गई थी। साथ ही भविष्य में अगर जरूरत पड़ी तो आइसीयू की संख्या बढ़ाने के लिए आश्वासन भी दिया गया था। यहां रोगियों की सेवा के लिए दस वेंटिलेटर, प्रर्याप्त मात्रा में आक्सीजन की सुविधा, आक्सीजन सिलेंडर कंप्रेशर आदि की सुव्यवस्था की गई है। जिला मिनरल फंड व वेदांत प्रबंधन के सहयोग तथा राज्य सरकार के द्वारा इसकी प्रतिष्ठा की गई थी। इसके लिए आवश्यक संख्या में डाक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, नर्स के लिए हाईटेक प्रबंधन से एमयू साइन किया गया था। इसके संचालन का दायित्व भी हाईटेक मेडिकल कॉलेज को दिया गया था। कोविड अस्पताल निर्माण के लिए जिला मिनरल फंड से दस करोड़ रुपये से अधिक व वेदांत के सीएसआर फंड से दो करोड़ रुपये के मशीन आदि उपलब्ध कराया गया था। मगर चलित वर्ष बढ़ते कोरोना संक्रमण व बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए इस कोविड अस्पताल में दो सौ बेड व 50 वेंटिलेटर युक्त आइसीयू तक बढ़ाने की मांग विभिन्न लोगों द्वारा की जा रही है। यहां वर्तमान में आवश्यक वेंटिलेटर व आइसीयू की व्यवस्था नहीं होने से गंभीर रोगियों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। और उनकी मौत का खतरा भी बढ़ रहा है। वहीं कोविड अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों की भी कमी को लेकर भी सवाल उठ रहा है। विशेषज्ञ डॉक्टरों को यहां लाकर रोगियों की अच्छे से इलाज कराने की मांग उठ रही है। वहीं हाईटेक की ओर से किस विशेषज्ञ डाक्टर को यहां नियोजित किया गया है। उसकी सूची व उनका नंबर आम लोगों के लिए प्रदर्शित किया जाए। साथ ही कोविड अस्पताल में स्वच्छता की रक्षा कि जाए की मांग भी आम लोगों द्वारा कि जा रही है।

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