रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 14 लाख की ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार
फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर पहले पीडि़त युवक से दोस्ती की फिर रेलवे में नौकरी के लिए अपाइंटमेट लेटर देने के नाम पर संबंधित युवक को होटल में बुलाया। इसके बाद 14 लाख रुपये लेने के बाद युवक को कमरे में बंद कर फरार हो गए।
संसू, झारसुगुड़ा : फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर पहले पीडि़त युवक से दोस्ती की, फिर रेलवे में नौकरी के लिए अपाइंटमेट लेटर देने के नाम पर संबंधित युवक को होटल में बुलाया। इसके बाद 14 लाख रुपये लेने के बाद युवक को कमरे में बंद कर फरार हो गए। यह घटना 22 अक्टूबर की है। पीड़ित ने इस संबंध में उसी दिन झारसुगुड़ा टाउन थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर इस घटना की जांच शुरू कर दी थी। युवक को जिस नंबर से मैसेज भेजा गया था, उस नंबर की जांच समेत होटल के सीसीटीवी कैमरे से मिली फुटेज के आधार पर जांच शुरू की गई और तीनों बरगड़ के प्रधानपाली स्थित गणपति विला क्वार्टर से ठगों (तीनों भाई-बहन) को गिरफ्तार किया। साथ ही उनके पास से 12 लाख 96हजार रुपये नकद समेत जिस गाड़ी का उपयोग किया था, उसे भी जब्त किया गया। इसके इलावा उनके पास से कुछ फर्जी आधार कार्ड, एक स्कैनर, चार बैग सहित बच्चे के खेलने वाले नोट (पांच सौ व दो हजार के) समेत नोट की गड्डी की तरह बनाए गए सादे बंडल व मोबाइल फोन बरामद किए गए।
सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एसपी विकास चंद्र दास ने पत्रकार वार्ता में बताया कि तीनों आरोपित एक ही परिवार के भाई-बहन हैं। इन लोगों ने आसानी से कमाई की लालच में इस तरह का काम किया है। पहले फेसबुक पर राजकुमार सिग (उदित नगर, राउकेला) के नाम से फर्जी आइडी बनाई। फिर जिला के चिचिंडा में रहने वाले मानव रंजन पटेल से दोस्ती कर उसे अपने जाल में फंसाया। इसके बाद रेलवे की नौकरी दिलाने के नाम पर 14 लाख रुपये की मांग की। तय समय पर मानव रंजन को झारसुगुड़ा स्थित होटल ओर्चाड के कमरा नंबर-212 में बुलाया। यहां तीनों भाई-बहन पहले से एक ही रंग के दो बैग रखे थे। इनमें से एक बैग में उन्होंने मानव को रुपये भरने को कहा। इस बीच पैसे की गिनती अपाइंटमेट लेटर देने की आड़ में मानव से कहा कि तुम यहीं रहो, हम अपाइंटमेट लेटर लेकर आते हैं। कमरे से बाहर निकलते ही उन्होंने मानव को कमरे में बंद कर दिया और अपनी गाड़ी से फरार हो गए। एसपी ने कहा कि इस मामले की जांच को लेकर एसडीपीओ निर्मल महापात्र के नेतृत्व में टीम का गठन किया, जिसमें टाउन थानाधिकारी सावित्री बल, एसआइ महेश्वर पाणिग्रही, एएसआइ संजय साहू, कांस्टेबल 73 आर रोहिदास, एके मेहर व हवलदार रितुकांत सेठी शामिल थे। साइबर सेल के डीएसपी आरके लाइट की मदद से आरोपितों के लोकेशन का पता किया गया। इसके बाद आरोपितों को धर दबोचा। मौके पर एसडीपीओ निर्मल महापात्र, थानाधिकारी सावित्री बल, एएसआइ संजय साहू उपस्थित थे।