घंटों पड़ा रहा कोरोना योद्धा का शव
संसू झारसुगुड़ा जिला अस्पताल में मौत के बाद कोरोना योद्धा का शव 24 घंटे पड़ा रहा। व
संसू, झारसुगुड़ा : जिला अस्पताल में मौत के बाद कोरोना योद्धा का शव 24 घंटे पड़ा रहा। वहीं शव के अंतिम दर्शन व संस्कार के लिए घर वाले आंसू बहाते रहे। अस्पताल प्रबंधन व जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना योद्धा के प्रति ऐसे व्यवहार से लोगों में काफी असंतोष है। दरअसल, कोरोना योद्धा शरतचंद्र पोढ (52) जिला स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी थे और वे अस्पताल के ज्ञायनिक विभाग में ऐटेंडेंट के रूप में कार्यरत थे। कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित महिला के प्रसव के दौरान वे ड्यूटी पर थे। संक्रमित के संपर्क में आने के बाद वे संक्रमण की चपेट में आ गये और आइसोलेशन में थे। 14 सितंबर को उनका कोविड टेस्ट किया गया था। जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दो दिन पहले सीने में दर्द होने व तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिवार लोगों ने उनके इलाज में कोताही बरतने का भी आरोप लगा है। सुबह मौत होने के बाद 24 घंटे के बाद भी उनके शव की अंतिम क्रिया के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाने से उनके रिश्तेदारों सहित अस्पताल के कर्मचारी व सफाईकर्मियों में आक्रोश है।
वहीं दूसरी ओर, अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉ एचके सत्पति से का कहना था कि शतरचंद्र पोढ़ कोरोना वायरस से संक्रमित थे। संक्रमण से उनकी मौत हुई है। कोरोना योद्धाओं का ससम्मान अंतिम संस्कार प्रशासनिक अधिकारी, तहसीलदार व पुलिस कि उपस्थिति में कराए जाने निर्देश है। इसी कारण अंतिम संस्कार में विलंब हुआ है।
झारसुगुड़ा जिले में मिले 721 कोरोना पॉजिटिव : इधर, झारसुगुड़ा जिला में सोमवार को 71 कोरोना पॉजिटिव की पहचान की गई। इनमें झारसुगुड़ा नगर पालिका में 49, बेलपहाड़ नगर पालिका में एक, ब्रजराजनगर नगर पालिका में 4 , झारसुगुडा ब्लॉक में दो, लखनपुर ब्लॉक में चार, लैयकरा ब्लॉक में दो, किरमिरा ब्लॉक में छह, कोलाबीरा में एक कारोना संक्रमित की पहचान की गयी है।