करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी मेगा लिफ्ट परियोजना फेल

झारसुगुड़ा जिला में जलसिचाई के लिए मेगा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना के निर्माण के लिए संबंधित विभाग को करोड़ों रुपये आवंटित किए थे। परंतु अब तक विभाग ने इसका विनियोग पत्र नहीं दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:30 AM (IST)
करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी मेगा लिफ्ट परियोजना फेल
करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी मेगा लिफ्ट परियोजना फेल

संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा जिला में जलसिचाई के लिए मेगा लिफ्ट इरिगेशन परियोजना के निर्माण के लिए संबंधित विभाग को करोड़ों रुपये आवंटित किए थे। परंतु अब तक विभाग ने इसका विनियोग पत्र नहीं दिया। विभाग के कार्यपालक अभियंता का कार्यालय भुवनेश्वर में है। जिले में चार मेगा लिफ्ट परियोजना के लिए जिला मिनरल फंड से 186 करोड़ 95 लाख 56 हजार रुपये मंजूर किए गए थे। मेगा लिफ्ट विभाग के भुवनेश्वर स्थित कार्यपालक अभियंता के जरिये लखनपुर प्रखंड के महुलपाली में मेगा जलसिचाई परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2016-2017 में 19 करोड़ 26 लाख 59 हजार रुपये दिए गए थे। परियोजना के पूर्ण होने तथा इससे 12 सौ एकड़ जमीन की जल सिचाई की सुविधा मिलने की बात रिपोर्ट में कही गई थी। जबकि अन्य तीन परियोजनाओं की स्थिति तीन साल गुजर जाने के बाद भी स्पष्ट नहीं है। वित्तीय वर्ष 2018-2019 में बांजीबोहरा मेगा लिफ्ट जलसिचाई परियोजना के लिए 44 करोड़ 51 लाख 81 हजार रुपये मंजूर किए गए थे। प्रथम चरण के लिए 34 लाख 54 हजार 300 रुपये रिलीज भी कर दिए गए थे। परंतु अब तक इस परियोजना का कार्य आगे नहीं बढ़ा। 2018-2019 में चांटीपाली-1 मेगा लिफ्ट जलसिचाई परियोजना के लिए 46 करोड़ 82 लाख 18 हजार रुपये व चांटीपाली-2 मेगा लिफ्ट जलसिचाई परियोजना के लिए 66 करोड़ 31लाख 98 हजार रुपये मंजूर किए गए थे। प्रथम चरण में चांटीपाली-1 हेतु 14 करोड़ 4 लाख 64 हजार 3 सौ रुपये व चांटीपाली-2 के लिए 19 करोड़ 89 लाख 59 हजार 4 सौ रुपये रिलीज किए गए थे। सभी परियोजना के लिए टेंडर व सर्वे का काम हो गया। वहीं पंप हाउस का काम चल रहा है और निर्माण सामग्री की खरीदी किए जाने की बात विभागीय रिपोर्ट में दर्शाई गई है। हालांकि अब तक यह योजना पूरी नहीं हुई।

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