आइसीयू फुल, रोगियों के स्थानांतरण के लिए नहीं मिल रही एंबुलेंस

पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से सटे जिलों में कोरोना को लेकर स्थिति बिगड़ने लगी है। इसमें झारसुगुड़ा भी शामिल है। जब से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई उसके बाद गत 14 तारीख को सबसे ज्यादा 84 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 07:04 PM (IST)
आइसीयू फुल, रोगियों के स्थानांतरण के लिए नहीं मिल रही  एंबुलेंस
आइसीयू फुल, रोगियों के स्थानांतरण के लिए नहीं मिल रही एंबुलेंस

संसू, झारसुगुड़ा : पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से सटे जिलों में कोरोना को लेकर स्थिति बिगड़ने लगी है। इसमें झारसुगुड़ा भी शामिल है। जब से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई उसके बाद गत 14 तारीख को सबसे ज्यादा 84 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे। जो कि जिले में बढ़ते कोरोना के प्रभाव को दर्शाता है। वर्तमान जिले में कोरोना रोगियों को रखकर चिकित्सा करना व गंभीर मरीजों के लिए आइसीयू की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय कोविड अस्पताल में आइसीयू फुल हो गया है। वहीं रोगियों को स्थानांतरण करने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पा रही है। गत एक सप्ताह में कोविड रोगियों की संख्या को देखकर यह साफ है की जिले में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। गत 14 तारीख को सर्वाधिक 84 संक्रमित पाए गए थे। वहीं 13 तारीख को 55 पॉजिटिव, 12 तारीख को 10 पॉजिटिव, 11 तारीख को 43 पॉजिटिव, 10 तारीख को 42 पॉजिटिव, 9 तारीख को 52 पॉजिटिव, 8 तारीख को 37 पॉजिटिव व 7 तारीख को 23 संक्रमित पाए गए थे। झारसुगुड़ा पश्चिम ओडिशा का प्रवेश द्वार है। जिससे यहां से प्रतिदिन हजारों लोग बाहर से आते हैं, और दिन के समय जिस तरह से दुकान, बाजार, सड़कों में लोगों की भारी भीड़ रहती है। वह सामाजिक दूरी नियम कि धज्जियां उड़ा रही हैं। वहीं लोग भी भीड़भाड़ वाले स्थान में बीना मास्क पहने घूमते रहते हैं। जिससे साफ है कि लोग अभी तक सचेत नहीं हुए हैं। जबकि प्रशासन मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही भी लगातार कर रहा है। वहीं कोविड अस्पताल के दायित्व में रहने वाले डॉक्टर हरीकेश नायक से पूछने पर उन्होंने कहा की इसके परिचालन दायित्व निभा रहे हाईटेक मेडिकल संस्था के डाक्टर व कर्मचारी यहां अभी नहीं है, और डाक्टर व कर्मचारी आने कि बात कह रहे हैं। यहां कोविड मरीजों की दशा बहुत गंभीर है, और दयनीय स्थिति में वे इलाज करा रहे हैं। उनकी अवस्था खराब होने से उन्हें बाहर रेफर किए जाने के लिए कहा जाता है। मगर यहां वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस का अभाव स्थिति को और जटील बना रहा है। वर्तमान में अभी यहां दो वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस नियोजित सभी सेवा में उपलबब्ध होगी, और दो तीन दिन में ओर दो एंबुलेंस भी उपलब्ध होगी। साहु ने बताया कि वर्तमान में आइसीयू में दस वेंटिलेटर युक्त बेड है, और दस बेड को वेंटिलेटर युक्त करने के लिए आक्सीजन पाइप लाइन का काम चलने की बात साहू ने कही है। वहीं एडीएम ने कहा कि वर्तमान में 14 वेंटिलेटर युक्त बेड आपरेशन में है। वहीं तीन बेड को किडनी मरीजों के डायलिसिस के लिए इंस्टॉल किया गया है।

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