विभागीय लापरवाही का शिकार हो रहा हथिया नाला डैम
झारसुगुड़ा जिला के लैयकरा ब्लाक के नायक बंधपाली के समीप स्थित है हथिया नाला डैम। पिकनिक का मौसम आते ही इस डैम के इर्द-गिर्द वनभोजी व सैर सपाटे लिए लोगों की भारी भीड़ होती है।हथिया नाला डैम लैयकरा मुख्यालय से बामड़ा जाने वाले मार्ग पर पतरापाली चौक के बायीं ओर नायक बंधपाली गाव के पश्चिम में स्थित है।
संसू, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा जिला के लैयकरा ब्लाक के नायक बंधपाली के समीप स्थित है हथिया नाला डैम। पिकनिक का मौसम आते ही इस डैम के इर्द-गिर्द वनभोजी व सैर सपाटे लिए लोगों की भारी भीड़ होती है।हथिया नाला डैम लैयकरा मुख्यालय से बामड़ा जाने वाले मार्ग पर पतरापाली चौक के बायीं ओर नायक बंधपाली गाव के पश्चिम में स्थित है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हथिया नाला डैम लैयकरा से 13 व बामड़ा से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। डैम के दूसरी ओर डुडकाबहाल, कंधारी मुंडा व बाबुछिपिडीही आदि गाव डैम की शोभा को चार चाद लगाते हैं। वर्ष 1997 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमानंद विश्वास की उपस्थिति में उपमुख्यमंत्री बसंत विश्वास ने इसका उद्घाटन किया था। परंतु 14 वर्ष बीत जाने के बाद भी यह डैम विभागीय लापरवाही के कारण उदासीनता का शिकार है। डैम के समीप एक सुंदर पार्क, सेल्फी प्वाइंट, डैम के अंदर पर्यटकों के लिए बोटिंग व पीने की पानी की व्यवस्था समेत रात के रूकने की व्यवस्था उपलब्ध कराने की आवश्यकता है, ताकि पर्यटकों को इस पर्यटन स्थल की ओर आकर्षित किया जा सके। शीत ऋतु का आगमन होते ही इस डैम में विभिन्न प्रकार के विदेशी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। डैम के चारों ओर रहने वाले गाव के लोग डैम में मछली पालन कर अपना व परिवार का भरण-पोषण करते हैं। सिर्फ यही नहीं डैम का पानी सूखने पर स्थानीय ग्रामीण सरसों व आलू की खेती भी करते हैं। परंतु प्रशासनिक उदासीनता के कारण हथिया नाला डैम पर्यटन स्थल के रूप में उपेक्षित है। पर्यटक पिछले कई वषरें से हथिया नाला डैम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की माग करते आ रहे हैं। यदि प्रशासन पर्यटकों की इस माग पर उचित ध्यान दें और इस स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस पहल कर तो यह स्थल जिले के बेहतर व आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में परिवर्तित हो सकता है।