नम आंखों से मां जगत जननी को दी गई विदाई

शारदीय दुर्गा पूजा के समापन के बाद शनिवार को नम आंखों से भक्तों व आयोजकों ने मां जगत जननी को विदाई दी। इस अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा को पंडालों से निकाल कर वाहनों में विराजमान किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:00 AM (IST)
नम आंखों से मां जगत जननी को दी गई विदाई
नम आंखों से मां जगत जननी को दी गई विदाई

संसू, झारसुगुड़ा : शारदीय दुर्गा पूजा के समापन के बाद शनिवार को नम आंखों से भक्तों व आयोजकों ने मां जगत जननी को विदाई दी। इस अवसर पर मां दुर्गा की प्रतिमा को पंडालों से निकाल कर वाहनों में विराजमान किया गया। इसके बाद पूजा-अर्चना व आरती की गई। इस दौरान पूरा वातावरण मां दुर्गा के जयकारों से गूंज उठा। इसके बाद महिलाओं ने मां की प्रतिमा के साथ सिंदूर खेला किया। महिलाओं मां दुर्गा को सिंदूर चढ़ाया और नम आंखों से उन्हें विदाई दी। शहर के नागेंद्र स्मृति टाउन दुर्गा पूजा कमेटी, शिव शक्ति दुर्गा पूजा कमेटी व श्री सिंघ वाहिनी सांस्कृतिक संघ आदि कमेटियों की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया। प्रशासन के दिशा-निर्देश पर सभी कमेटियों ने कोविड नियमों के तहत बिना शोभा यात्रा व गाजे-बाजे के साथ एकांतली स्थित तालाब पहुंचे और मां की आरती व पूजा करने के बाद प्रतिमाओं को विसर्जित किया। ज्ञात हो कि प्रशासन की ओर से पिछले कुछ वर्षों से एकांतली तालाब में प्रतिमाओं के विसर्जन की अस्थाई व्यवस्था की गई है। सभी पूजा पंडालों की प्रतिमाएं इसी तालाब में विसर्जित की जाती हैं। मंगल बाजार शिव शक्ति पूजा कमेटी की प्रतिमा विसर्जन के समय ब्रजराजनगर विधायक किशोर महांती, दिनेश सैनी, पप्पू शर्मा समेत सभी सदस्य, सिंघवाहिनी सांस्कृतिक संघ के नटवर शर्मा, संदीप अवस्थी, सुशील तिवारी, अतुल शुक्ला, प्रकाश श्रीवास, सिद्धार्थ अवस्थी, मनीष वाजपेयी, हरिकेश, गुड्डू अवस्थी, सुरेश श्रीवास आदि उपस्थित थे। सिंदूर खेला के साथ संपन्न हुआ दुर्गा पूजा : बामड़ा समेत गरपोष, टांगरमुंडा, केसाइबहाल, कबरीबहाल, महुलपाली, कुचिंडा समेत अनुमंडल के दुर्गा पंडालों में मां जगतजननी इस वर्ष पर्दे में ढंक कर रखा गया। दुर्गा पूजा पंडालों में लगायी गई पाबंदी से श्रद्धालु आहत हुए। हालांकि पंडालों में विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की गई। पंडालों में रोशनी की सजावट व माइक आदि के प्रयोग कर रोक लगाए जाने से पूजा का माहौल फीका रहा। शुक्रवार को सिदूर खेला में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। माता को भोग व पान खिलाकर और सिंदूर लगाकर विदाई की गई। महिलाओं ने एक-दूसरे को सौभाग्य की निशानी सिंदूर लगाई। स्टेशन बस्ती की दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार को किया गया। गोविंदपुर में शनिवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जित की गई।

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