नगरपाल का पद आदिवासी के लिए आरक्षित करने की मांग
सम्मिलित आदिवासी समाज की बैठक नगर के लमटीबहाल स्थित ज्योति क्लब परिसर में मंगलवार शाम को युवा आदिवासी नेता रुक्मण धुरवा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक मे ब्रजराजनगर इलाके में रह रहे आदिवासियों की स्थिति एवं उनके कल्याण की योजनाओ पर विस्तार से चर्चा की गई।
संसू, ब्रजराजनगर : सम्मिलित आदिवासी समाज की बैठक नगर के लमटीबहाल स्थित ज्योति क्लब परिसर में मंगलवार शाम को युवा आदिवासी नेता रुक्मण धुरवा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक मे ब्रजराजनगर इलाके में रह रहे आदिवासियों की स्थिति एवं उनके कल्याण की योजनाओ पर विस्तार से चर्चा की गई। नगरपालिका के भूत बंगला चोक में काफी अरसे पूर्व आदिवासियों के लिए निर्मित श्रम मंगल केंद्र तथा सड़क के दूसरी तरफ बने कर्मचारियों के आवासीय ़कवार्टर लावारिस हालात में पड़े है। इनको शीघ्र ही अदिवासियों को हसतान्तरित करने की मांग की गई। क्योकि इनका निर्माण आदिवासियों की भलाई के लिए किया गया था। जर्जरित हो चुके इन भवनों की आवश्यक मरम्मत कराके इन्हें आदिवासी समाज को सौंपने की मांग की गई। वर्ष 1938 में शुरू हुई ओरिएंट पेपर मील की बदौलत इलाके के अन्य लोगों के अलावा बड़ी संख्या में आदिवासियों का जीवन निर्भर करता था। लेकिन अचानक 1999 में पेपर मील बंद हो जाने के बाद इलाके के गरीब आदिवासियों का जीना दूभर हो गया। पिछले 60 वर्षों से अधिक समय से इलाके में रहने वाले इन परिवारों की आर्थिक स्थिति अत्यंत ही दयनीय हो गई है। दूसरी तरफ करीब एक हजार एकड़ जमीन सरकार द्वारा पेपर मील को 99 वर्ष के लिए लीज पर दे देने से वह इस जमीन पर दिखने लायक विकास करने में भी असमर्थ है। इसलिये सरकार से इस जमीन को मील से वापिस लेकर इलाकेवासियो की भलाई के लिए कुछ वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की गई। इसके अलावा 1968 में ब्रजराजनगर में नगरपालिका का गठन हुआ लेकिन पालिका द्वारा आदिवासियों की भलाई के लिए अब तक कुछ भी नही किया गया। इलाके में आदिवासी बहुल राजस्व गांव रेमजा, तेलनपाली, कताबगा तथा सानजोब का विकास अब तक नही हो पाया है। चूंकि इस क्षेत्र में आदिवसियों की संख्या काफी अधिक है इसलिए आगामी चुनावों में ब्रजराजनगर नगरपालिका के नगरपाल का पद आदिवासियों के लिए आरक्षित करने की मांग की गई। इलाके के आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए इलाके के आदिवासियों की एक कमिटी का गठन किया गया। रुक्मण धुरवा को इस कमिटी के अध्यक्ष बनाया गया है। संयुक्ता बारला को उपाध्यक्ष, निमाई मरई को महासचिब, उपेंद्र राय को सचिब तथा तनोज प्रधान को कोषाध्यक्ष एवं फकीर भोई को सलाहकार तथा गजेंद्र गोंड, त्रिलोचन ओराम, विनोद बेरिहा, पीताम्बर धुरवा एवं रवि किसान को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। संगठन के मुख्य सलाहकार महेंद्र नायक, सलाहकार प्रभाकर ओराम, अध्यक्ष माधव सिंह नायक, उपाध्यक्ष अशोक कुमार माझी, व कोषाध्यक्ष गंगाधर भोई इत्यादि उपस्थित थे।