गरपोष में टाटा पावर ग्रिड के लाइनमैन व ग्रामीणों के बीच बढ़ा विवाद

गरपोष स्थित टाटा पावर ग्रिड में शनिवार को लाइन मैन और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया। पुलिस दोनों पक्ष की ओर से तीन मामले दर्ज कर इस घटना की जांच कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 06:00 AM (IST)
गरपोष में टाटा पावर ग्रिड के लाइनमैन व ग्रामीणों के बीच बढ़ा विवाद
गरपोष में टाटा पावर ग्रिड के लाइनमैन व ग्रामीणों के बीच बढ़ा विवाद

संसू, बामड़ा : गरपोष स्थित टाटा पावर ग्रिड में शनिवार को लाइन मैन और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया। पुलिस दोनों पक्ष की ओर से तीन मामले दर्ज कर इस घटना की जांच कर रही है। गोविंदपुर पुलिस पावर ग्रिड के लाइनमैन नरेश नायक की शिकायत पर घनसरा गांव के चिन्मय पटेल, सौम्य पटेल समेत अन्य दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं दूसरी ओर चिन्मय पटेल ने लाइनमैन नरेश समेत अन्य लोगों के नाम शिकायत दर्ज कराई है। इनके अलावा घनसरा गांव के स्वागत पटेल व ग्रामीणों की लिखित शिकायत पर गोविंदपुर थाना की पुलिस ने लाइनमैन और कुचिंडा टाटा पावर एसडीओ समेत 20 अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया है। दोनों ओर से गंभीर आरोप लगाए गए हैं। गोविंदपुर थाना अधिकारी अजय जेना मामले की तफतीश कर रहे हैं। गरपोष अंचल के ग्रामीण टाटा पावर के खिलाफ लामबंद हो रहे हैं। आने वाले दिनों में न्याय न मिलने पर लंबी लड़ाई लड़ने के लिए ग्रामीण कमर कस रहे है। पाइपलाइन बिछाने के नाम पर ठेकेदार की मनमानी, आवागमन में हो रही परेशानी : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जिसके तहत प्रत्येक घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पाइपलाइन बिछाने की योजना शुरू की गई है। पाइप बिछाने के लिए सड़कें खोदी जा रही हैं। संबंधित ठेकेदार की ओर से दिशा-निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है। ठेकेदार की मनमानी से लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। पाइप बिछाने के लिए जेसीबी व मशीन से सड़कें तोड़ी जा रही है। जेसीबी मशीन से तीन-तीन फीट गढ्डे किए जा रहे हैं। इसके बाद गढ्डों में पाइप डालकर मिट्टंी भर दिए जा रहे हैं। सड़क पर क्रंक्रीट के बड़े-बड़े पत्थर व मिट्टंी के ढेर पड़े हैं। इस कारण लोगों को इस मार्ग पर आवागमन करने में काफी परेशानी हो रही है। ठेकेदार द्वारा किए जा रहे कार्य के कारण पूर्व में बिछाए गए पाइपलाइन भी जदग-जगह टूट रहे हैं। इस कारण नगरपालिका क्षेत्र में वार्ड नंबर-18, 19, 20, 21 व 22 में जलापूर्ति बाधित हो रही है। लोग पानी के लिए परेशान हैं। शिकायत करने पर ठेकेदार के कर्मचारी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पाइपलाइन की मरम्मत कामचलाऊ तरीके से कर रहे हैं। नतीजतन दूसरे दिन ही पाइपलानि से लीकेज की समस्या उत्पन्न हो रही है। नियमानुसार ठेकेदार को पाइपलाइन बिछाने के बाद गढ्डे को पूर्व की तरह कंक्रीट कर मिट्टंी व अवशेष की सफाई करानी है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि ठेकेदार की मनमानी पर लगाम लगाई जाए।

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