स्थानीय नियुक्ति की मांग को लेकर जारी क्रमिक अनशन सातवें दिन भी जारी
झारसुगुड़ा जिले की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों तथा खदानों में स्थानीय नियुक्ति की मांग को लेकर अखिल भारतीय युवा संघ की झारसुगुड़ा जिला इकाई द्वारा लखनपुर तहसील कार्यालय के समक्ष जारी क्रमिक अनशन शुक्रवार को सातवें दिन भी जारी रहा।
संसू, ब्रजराजनगर : झारसुगुड़ा जिले की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों तथा खदानों में स्थानीय नियुक्ति की मांग को लेकर अखिल भारतीय युवा संघ की झारसुगुड़ा जिला इकाई द्वारा लखनपुर तहसील कार्यालय के समक्ष जारी क्रमिक अनशन शुक्रवार को सातवें दिन भी जारी रहा। पिछली 10 तारीख से शुरू हुए इस क्रमिक अनशन के बावजूद प्रशासन द्वारा इस मामले में अबतक कोई सार्थक पहल नहीं हुई है। इस आंदोलन के छठवें दिन गुरुवार को आंदोलनकारियों ने लखनपुर तहसीलदार बिस्वकेसन पांडे के माध्यम से झारसुगुगुड़ा जिलाधीश को इलाके के 450 शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों की एक तालिका प्रदान की है। संघ का कहना है कि इलाकेवासी इन औद्योगिक इकाइयों तथा कोयला खदानों के दुष्प्रभावों को झेलते हैं तथा विस्थापित होकर कष्टमय जीवन व्यतीत करते हैं। इनके कारण केंद्र व राज्य सरकार करोड़ों का राजस्व प्राप्त करती है। इलाके की कोयला खदानों के नजदीकी ग्रामवासी ब्लास्टिंग व प्रदूषण की त्रासदी झेलते हैं एवं हर समय उन्हें जान का खतरा बना रहता है। दूसरी तरफ इलाके के अनगिनत शिक्षित बेरोजगार युवक युवतीयां इन इकाइयों ने नौकरी पाने से वंचित हैं। पिछले छह माह से संघ द्वारा इस बाबत प्रयास करने के बावजूद प्रशासन की पहल इस मामले में न होने की बात उन्होंने कही। संघ की मांग है कि जिले के सभी नगरपालिकाओं तथा ब्लॉक कार्यालयों में एक काउंटर खोलकर सभी बेरोजगार युवक-युवतियों का पंजीकरण करते हुए जिले की औद्योगिक व खनिज इकाईयों में 80 प्रतिशत तक स्थानीय कि नियुक्ति की जाए। इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता पर संघ ने गहरा दुख व्यक्त किया। ज्ञात हो कि इलाके में एमसीएल के लखनपुर क्षेत्र में नियोजित ठेका संस्था बीजीआर ने निकट अतीत में ड्राइवर, हेल्पर, सुपरवाइजर इत्यादि के 150 पदों पर आंध्र प्रदेश के श्रमिकों की नियुक्ति का कड़ा विरोध करते हुए इन्हें अविलंब हटाकर उनकी जगह पर स्थानीय युवक-युवतियों को नियुक्ति प्रदान करने की मांग की है। संघ ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ऐसा नहीं करता है तो संघ को इस मामले में जबरदस्ती करनी पड़ेगी। गुरुवार को रिले अनशन में शामिल होने वालों में डमरू धुरवा, रमेश ठाकुर, टिकेस्वर गार्डिया, प्रमोद खड़िया, शुरू गर्डिया, प्रमोद गर्डिया, रोहित राऊत, राधाकांत भौई, राजू मुंडा तथा रमेश खरसेल इत्यादी शामिल हुए। वहीं शुक्रवार को इस रिले अनशन में शामिल होने वालों में रबिंद्र बंछोर, राजेश प्रधान, लोकेश्वर राणा, कान्हा अमात, भिष्मा, भरत प्रधान, चंतमणी अमात, रितेश कुमार, कंदर्प पांडेय, आशीष भोई चिन्मय प्रधान इत्यादी शामिल हुए। इस आंदोलन के समर्थन में विशिष्ट वामपंथी नेता रमेश त्रिपाठी, महानदी कोयला ठेका श्रमिक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मदन मेहेर, बूढ़ी अंचल संग्राम समिति के बासुदेव भोई, अखिल भारतीय युवा संघ के सचिव मानस प्रधान, गोवर्धन बानी, पिटू सिंह, निराकार भौई, चुल्देव भौई, पिटू साहू तथा त्रिलोचन भौई आदि भी उपस्थित थे।