एमसीएल द्वारा संचालित डीएवी विद्यालयों में फीस वृद्धि का मामला

एमसीएल द्वारा संचालित ईब घाटी क्षेत्र हिल टॉप कॉलोनी एवं बंधबहाल स्थित डीएवी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के अभिभावकों द्वारा विद्यालयों में की गई फीस वृद्धि के मामले में आरडीसी द्वारा हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 07:42 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 07:42 PM (IST)
एमसीएल द्वारा संचालित डीएवी विद्यालयों में फीस वृद्धि का मामला
एमसीएल द्वारा संचालित डीएवी विद्यालयों में फीस वृद्धि का मामला

संसू, ब्रजराजनगर : एमसीएल द्वारा संचालित ईब घाटी क्षेत्र, हिल टॉप कॉलोनी एवं बंधबहाल स्थित डीएवी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के अभिभावकों द्वारा विद्यालयों में की गई फीस वृद्धि के मामले में आरडीसी द्वारा हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है। इस बाबत अभिभावकों द्वारा आरडीसी को ज्ञापन सौंपते हुए उसकी प्रतिलिपि बरगढ़ सांसद, ब्रजराजनगर विधायक, झारसुगुड़ा जिलाधीश तथा एमसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निर्देशक को प्रदान की गई है । ज्ञापन में कहा गया है कि 2019-20 शिक्षा वर्ष में इन विद्यालयों द्वारा बढाई गई फीस के विरोध में संबंधित पक्षो को गुहार लगाई गई थी लेकिन कोई सुफल नही मिला । चूंकि एमसीएल एक सरकारी संस्था है तथा खदानों से विस्थापित तथा प्रभावित लोगों के शिक्षा एवम स्वास्थ्य का ध्यान रखना इस संस्था की नैतिक जिम्मेदारी है । इन विद्यालयों में खदान कर्मियों के बच्चों को एडमिशन में प्राथमिकता दी जाती है एवम बाद में बची हुई सीटों पर अन्य बच्चों को लिया जाता है । खदानों में काम न करने वालो के बच्चों के लिए वार्षिक फीस 2018-19 शिक्षा वर्ष के लिए मात्र 200 रुपये थी जिसे अगले शिक्षा वर्ष में 300 गुना बढाकर 6000 रुपये कर दिया गया । इसी तरह स्मार्ट क्लास के निमित्त 1500 रुपये अलग से लिये जाते है । चूंकि शिक्षादान के लिए अपनी सीएसआर निधि से आवश्यक व्यवस्था करना एमसीएल का नैतिक दायित्व है, इसलिए विद्यालय द्वारा की गई अप्रत्याशित फीस वृद्धि पर पुनर्विचार करने की मांग अभिभावकों द्वारा की गई है । ऊक्त ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वालो में संजीव पाटजोशी, तपन स्वाई, पबित्र प्रधान, जयनारायण प्रधान, बिरंचि स्वाई, श्रीमोहन राय, सर्वशम्भू सेनापति, कन्हैया रजक, चिरंजीवी सामल, नवीन पाणिग्राही तथा संतोष सामल इत्यादि अनेक अभिभावक शामिल थे ।

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