बाघमुण्डा में 24 प्रहरी नामयज्ञ संपन्न
लखनपुर ब्लॉक के बाघमुंडा गांव में जारी 24 प्रहरी नामयज्ञ का समापन बुधवार की शाम को हो गया। गांव के महेश प्रधान एवं पत्नी रश्मिता प्रधान ने करता का दायित्व निभाया। पंडित हीरानंद पंडा ने विधिविधान से पूजा कार्य सम्पन्न कराया।
संसू, ब्रजराजनगर : लखनपुर ब्लॉक के बाघमुंडा गांव में जारी 24 प्रहरी नामयज्ञ का समापन बुधवार की शाम को हो गया। गांव के महेश प्रधान एवं पत्नी रश्मिता प्रधान ने करता का दायित्व निभाया। पंडित हीरानंद पंडा ने विधिविधान से पूजा कार्य सम्पन्न कराया। नित्यकर कालो, पद्मलोचन सेठ, टंकधर प्रधान, सदाशिव साहू, वेदव्यास विश्वाल तथा सरोज भौई ने षडवैष्णव का दायित्व निभाया। अनुष्ठान में आसपास के अनेक गांवों की कीर्तन मंडलिया इसमें शामिल हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर पुण्य के भागी बने। नामयज्ञ के सफल आयोजन में राजीव प्रधान, किशोर प्रधान, टंकधर प्रधान, मनोज प्रधान, नरेश प्रधान तथा गौरांग विश्वाल इत्यादि ने आवश्यक सहयोग प्रदान किया।
झारसुगुड़ा जिले में मिले पांच संक्रमित
संसू, ब्रजराजनगर : पिछले 24 घंटे में झारसुगुड़ा जिले के विभिन्न क्षेत्रो से पांच कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई है। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार इस अवधि में ब्रजराजनगर नगरपालिका क्षेत्र से एक तथा झारसुगुड़ा प्रखंड क्षेत्र से तीन संक्रमित पाए गए है। इसके अलावा जिले के बाहरी अस्पतालों में हुई जांच में इस जिले के एक व्यक्ति के संक्रमित पाए जाने के बाद यह आंकड़ा पांच तक पहुंच गया है। इस अवधि में झारसुगुड़ा तथा बेलपहाड़ नगरपालिका एवम लखनपुर, लइकेरा, कोलाबीरा तथा किरमिरा प्रखंड से एक भी संक्रमित नही पाए जाने की सूचना है।
रेढ़ाखोल वकील संघ को मिला 700 कानूनी पुस्तकों का तोहफा
संवाद सूत्र, संबलपुर : अंचल के जानेमाने अधिवक्ता डॉ. घनश्याम रथ की स्मृति में उनके पुत्र व संबलपुर जिला वकील संघ के अध्यक्ष डा. प्रमोद कुमार रथ ने रेढ़ाखोल वकील संघ को सात सौ कानूनी पुस्तकों का तोहफा दिया है। रेढ़ाखोल वकील संघ कार्यालय में प्रस्तावित पुस्तकालय के लिए इन पुस्तकों को प्रदान किया गया है। वकील संघ के अध्यक्ष व स्वर्गीय डॉ. घनश्याम रथ के पुत्र डॉ. प्रमोद कुमार रथ ने बताया है कि रेढ़ाखोल में बहुत जल्द अतिरिक्त जिला सत्र अदालत खुलने वाली है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेढ़ाखोल वकील संघ के सदस्यों की सुविधा के लिए यह कानूनी पुस्तकें प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 1950 से लेकर 1997 तक उनके पिता डा. घनाध्यम का रेढ़ाखोल और यहां के लोगों के साथ विशेष लगाव रहा था। यहां के लोग भी उन्हें खूब मानते हैं। इसी परंपरा को और अधिक मजबूत करने और पिता की स्मृति की खातिर रेढ़ाखोल वकील संघ के प्रस्तावित पुस्त्कायाय के लिए पिता के विशेष पुस्तकालय के सात सौ कानूनी पुस्तकें प्रदान की गई है। आगामी दिनों में पुस्तकालय के शुरु होने पर और पुस्तकें दी जाएगी। रेढ़ाखोल वकील संघ के अध्यक्ष गणेश्वर प्रधान ने सचिव उमाकांत महानंद, विमल प्रधान, राजेंद्र प्रसाद बैठारु, अभय कुमार वीर, तुषारकांत कर और दयासागर प्रधान की उपस्थिति में कानूनी पुस्तकों का यह तोहफा ग्रहण करने समेत डॉ. रथ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इन कानूनी पुस्तकों का लाभ वकील संघ के सदस्यों के लिए मार्गदर्शक साबित होगा।