याकूब ने स्वीकार की गैंगस्टर हैदर के फरार षडयंत्र में शामिल होने की बात: डीसीपी प्रतीक सिंह

चाउलियागंज थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार हैदर का सहयोगी याकूब उर्फ सल्लू खान ने कुख्यात गैंगस्टर हैदर (Gangster Hyder) के कटक बड़ा मेडिकल से फरार होने की घटना को स्‍वीकार कर लिया है। याकूब को कमिश्नरेट पुलिस रिमांड में लाएगी।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 08:57 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 08:57 AM (IST)
याकूब ने स्वीकार की गैंगस्टर हैदर के फरार षडयंत्र में शामिल होने की बात: डीसीपी प्रतीक सिंह
हैदर को फरार करने के लिए षड्यंत्र रचा गया था

कटक, जागरण संवाददाता। कुख्यात गैंगस्टर हैदर के कटक बड़ा मेडिकल से फरार होने की घटना के लिए रचे गए षड्यंत्र में शामिल होने की बात चाउलियागंज थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार हैदर का सहयोगी याकूब उर्फ सल्लू खान ने स्वीकार कर ली है। सल्लू चाउलियागंज थाना में पहुंचने के पश्चात उसे पुलिस गिरफ्तार किया था और पूछताछ के दौरान वह पुलिस के सामने यह बात स्वीकार किया है कि, मेडिकल से हैदर को फरार करने के लिए षड्यंत्र रचा गया था और उस षड्यंत्र में वह शामिल हुआ था।

 यह जानकारी कटक डीसीपी प्रतीक सिंह ने मंगलवार को गण माध्यम को दी है। डीसीपी के प्रतीक सिंह के मुताबिक, सल्लू को कमिश्नरेट पुलिस रिमांड में लाएगी। कमिश्नरेट पुलिस इस पूरी घटना के बारे में उसे अधिक पूछताछ करेगी।

 गौरतलब है कि, हैदर के फरार होने के बाद मेडिकल की सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को यह पता चला कि सल्लू ने हैदर से कई बार मेडिकल में मिला है। इसके बाद महानदीविहार में रहने वाले सल्लू के घर पर पुलिस पिछले शनिवार की देर रात को दो बार छापेमारी की थी। इसके बाद सल्लू आत्मसमर्पण करने के लिए सोमवार को चाऊलियागंज थाना में पहुंचा था और पुलिस ने गिरफ्तार उसे गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर एससीबी मेडिकल के आपातकालीन अधिकारी डॉक्टर भुवनानंद महारणा गण माध्यम को जानकारी देते हुए मंगलवार को कहा कि, पिछले मार्च 23 तारीख को एससीबी मेडिकल में भर्ती हुआ था और यहां पहुंचने के पश्चात वह केविन पाने के लिए आवेदन किया था। उस पर गौर करते हुए उसे सर्जरी के 5 नंबर केबिन मुहैया किया गया था। स्वास्थ्य की समस्या को देखते हुए उसका इलाज यहां पर किया जा रहा था। हैदर डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर और प्रोस्टेट की समस्या से जूझ रहा था।

 हालांकि मेडिकल की ओर से हैदर के बारे में कमिश्नरेट पुलिस को सूचित नहीं किया गया था। जब वह मेडिकल से फरार हुआ उसके पश्चात ही मेडिकल के अधिकारी की ओर से पुलिस को अवगत किया गया है। हैदर एक से अधिक बीमारियों से पीड़ित होने हेतु उसकी दवाई और इंजेक्शन के द्वारा इलाज की जा रही थी। आगे जरूरत पड़ने पर उसकी ऑपरेशन भी किया जाना था। लेकिन उससे पहले वह भाग खड़ा हुआ। एससीबी मेडिकल सर्जरी विभाग में कौन-कौन आ रहा था वह सुरक्षा कर्मियों की जिम्मेदारी थी। उस बारे में हमें कुछ भी पता नहीं है। मेडिकल की ओर से जो दूसरे मरीजों को सुविधाएं दी जा रही थी। उन्हें भी उसी तरह का खाना और दूसरे चिकित्या ब्यबस्ता मुहैया किया जा रहा था।यह जानकारी गण माध्यम को दी है एससीबी मेडिकल के आपातकालीन अधिकारी डाक्टर भुवनानंद महारणा ने।

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