नए ओडिशा के गठन में डॉ. हरेकृष्ण महताब की भूमिका अहम

भारत का स्वतंत्रता आंदोलन हो या फिर गड़जात मिश्रण सभी में डॉ. हरेकृष्ण की भूमिका अहम रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 10:50 PM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 06:16 AM (IST)
नए ओडिशा के गठन में डॉ. हरेकृष्ण महताब की भूमिका अहम
नए ओडिशा के गठन में डॉ. हरेकृष्ण महताब की भूमिका अहम

जासं, कटक : भारत का स्वतंत्रता आंदोलन हो या फिर गड़जात मिश्रण सभी में डॉ. हरेकृष्ण की भूमिका अहम रही है। नए ओडिशा प्रदेश गठन में उनकी भूमिका यादगार है। वह ओडिशा के केवल एक सच्चे सपूत नहीं थे बल्कि वह ओड़िया जाति की पहचान है। वह जनता के नेता थे। लेकिन हम अभी तक उन्हें उस हिसाब से सम्मान नहीं दे पाए हैं। बीजू पटनायक चौक में मौजूद सारला भवन में आयोजित डॉ. हरेकृष्ण महताब की 120वीं जयंती समारोह में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने यह बात कही।

राज्यपाल ने कहा कि डॉ. महताब हर क्षेत्र में छाए हुए थे। अतीत के उन गौरव को याद कर इस जाति को आगे बढ़ना चाहिए।

सम्मानित अतिथि विधानसभा के अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने कहा कि भुवनेश्वर में राजधानी की स्थापना हो या फिर कटक में बाराबाटी स्टेडियम का निर्माण या फिर राउरकेला में इस्पात कारखाना के निर्माण सभी में उनकी भूमिका अहम रही है। इस कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर विधायक देवी प्रसाद मिश्र, विष्णु प्रसाद सेठी, पूर्व विधायक देवाशीष सामंतराय, प्रभात त्रिपाठी, प्रभात रंजन विश्वाल, सीएमसी के पूर्व उप मेयर मधुसूदन साहू प्रमुख शामिल होकर डॉ. महताब को याद किया।

हाईकोर्ट के वकील मनोरंजन महांती की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में डॉ. हरेकृष्ण महताब जयंती कमेटी के अध्यक्ष समीर दे, महासचिव प्रफुल्ल सिंह, प्रशांत नायक, धर्मेश नायक, उपाध्यक्ष प्रताप सतपथी प्रमुख ने संचालन किया। इस मौके पर कुछ जानेमाने लोगों को कमेटी की ओर से सम्मानित किया गया। साथ ही दौड़ का भी आयोजन किया गया जिसमें 300 से अधिक प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया।

chat bot
आपका साथी