कटक से नकली दवा बरामद मामला: 14 जिलों से वापस आयी 50 लाख रुपए की दवाई, चार गिरफ्तार

कटक में 70 लाख रुपए की नकली दवाई बरामद मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जनवरी से बाजार में दवाई की बिक्री बढ़ी है। ऐसे में इस कंपनी की ओर से डेढ़ करोड़ रुपए की दवाई बाजार में बिक्री के लिए छोड़े जाने का अनुमान है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 02:13 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 02:13 PM (IST)
कटक से नकली दवा बरामद मामला: 14 जिलों से वापस आयी 50 लाख रुपए की दवाई, चार गिरफ्तार
कटक से 70 लाख रुपए की नकली दवाई बरामद मामले में चार गिरफ्तार

कटक, जागरण संवाददाता। कटक से 70 लाख रुपए की नकली दवाई बरामद मामले में क्राइमब्रांच जांच कर इस कारोबार के मुख्य शिव प्रसन्ना जेना के साथ उसकी पत्नी और अन्य दो कर्मचारी को मिलाकर कुल चार को गिरफ्तार कर कोर्ट चालान करते हुए जेल भेज दिया है। हालांकि इस तरह के काला कारोबार को रोकने के लिए योजना बनाते हुए राज्य दवाई व्यापारी महासंघ ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए ओडिशा के बाजार में व्यापार करने वाले 150 मेडिसिन कंपनियों को एनालिटिकल सर्टिफिकेट मांगा था। लेकिन अभी तक केवल 15 संस्थान ही यह सर्टिफिकेट दाखिल कर पायी हैं। 

ठीक उसी तरह मेडील्योड मेडिकेमेंट प्राइवेट लिमिटेड संस्था की ओर से दवाई देने वाले तमाम व्यापारियों को दवाई वापस करने के लिए महासंघ की ओर से जो खत लिखा गया था। उसके तहत 14 जिलों से दवाई व्यापारी कटक और भुवनेश्वर में मौजूद दो वितरक यानी डिस्ट्रीब्यूटर को 50 लाख रुपए की दवाई वापस लौट आयी है। यह जानकारी महासंघ के सचिव प्रशांत कुमार महापात्र ने गण माध्यम को दी है।

जनवरी से बाजार में दवाई की बिक्री बढी है। ऐसे में इस कंपनी की ओर से डेढ़ करोड़ रुपए की दवाई ओडिशा बाजार में बिक्री के लिए छोड़े जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। उसमें से 50 लाख रुपए की दवाई लौट आयी है जबकि करीब 1 करोड रुपए की दवाई का कारोबार हो चुका है, यह आकलन लगाया जा रहा है। हालांकि राज्य के 14 जिला को इस कंपनी की दवाई भेजा गयी है। फिर भी जाजपुर, मलकानगिरी, कोरापुट, कालाहांडी में अधिक मात्रा में इस कंपनी की दवाई बिक्री होने की बात जानने में आई है।

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