डॉक्टरों को मिली बड़ी सफलता: 5 घंटे की ऑपरेशन के बाद जोड़ा गया गुप्तांग

कटक बड़ा मेडिकल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने 5 घंटों की ऑपरेशन करने के बाद एक व्‍यक्ति का पूरी तरह से कटा हुआ गुप्‍तांग सफलतापूर्वक जोड़ दिया है। शरीर से कटकर अलग होने वाली गुप्तांग को जोडना एससीबी मेडिकल में यह पहली घटना है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 03 Apr 2021 01:40 PM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 01:40 PM (IST)
डॉक्टरों को मिली बड़ी सफलता: 5 घंटे की ऑपरेशन के बाद जोड़ा गया गुप्तांग
डॉक्टरों ने 5 घंटों की ऑपरेशन के बाद जोड़ा कटा हुआ गुप्तांग

कटक, जागरण संवाददाता। चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एससीबी मेडिकल के डॉक्टरों को फिर से एक नई सफलता मिली है। कटक बड़ा मेडिकल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने 5 घंटों की ऑपरेशन करने के बाद एक कटा हुआ गुप्तांग को फिर से जोड़ने में सफलता हासिल की है। शरीर से कटकर पूरी तरह से अलग होने वाली इस गुप्तांग को फिर से जोड़े जाने के पश्चात अब वह व्यक्ति सही तरह से मूत्र विसर्जन कर पा रहा है। इस के अलावा दूसरे कार्य भी स्वाभाविक तौर पर हो रहे हैं। यह मरीज धीरे-धीरे पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा। ऑपरेशन करने वाले प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ बिभूति भूषण नायक से मिली जानकारी मुताबिक, शरीर से कटकर अलग होने वाली गुप्तांग को जोडना एससीबी मेडिकल में यह पहली घटना है। 

चाकू से काट लिया था गुप्‍तांग

प्राप्त सूचना के मुताबिक, बालेश्वर जिला रमुणा थाना अंतर्गत बिम्बरिया गांव का बलराम सिंह अपनी मानसिक संतुलन खोने के बाद पिछले 2021 जनवरी 20 तारीख को अपना गुप्तांग खुद एक धारदार चाकू से काट दिया था। ऐसे में वह दर्द के चलते खेत से चिल्लाकर दौड़ता आया। उसे खून से लथपथ दौड़ कर आता देखकर उसके परिवार वाले परेशान हो गए और जब उन्हें पता चला कि उसने अपना गुप्तांग काट लिया है। उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल को ले जाया गया। 

सोच में पड़ गए डॉक्‍टर

बालेश्वर मेडिकल उसकी प्राथमिक जांच करने के पश्चात तुरंत उसे ऐसी भी मेडिकल ले जाने के लिए सलाह दिया। वहां के डॉक्टरों की सलाह पर बलराम को लेकर उसके परिवार वाले एससीबी मेडिकल में पहुंचे। एससीबी मेडिकल में पहुंचने के 1 घंटे के अंदर ही उसका ऑपरेशन शुरू किया गया। प्रोफेसर बिभूूति भूषण नायक की अगुवाई में एक टीम करीब 5 घंटे तक उसकी गुप्तांग को जोड़ने में लगे रहे। नस पूरी तरह से कटकर अलग हो जाने हेतु उसे जोड़ने के लिए डॉक्टरों को एक काफी समय लगा और यह उनके लिए चुनौती था। इसके अलावा बालेश्वर से उस गुप्तांग को बिना बर्फ के 11 घंटे बाद लाए जाने हेतु उसे फिर से जोड़ा जा सकेगा या नहीं उसको लेकर एससीबी मेडिकल के डॉक्टर सोच में थे। 

डॉक्टरी टीम को मिली बड़ी सफलता

इन सब चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए एससीबी प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरी टीम को यह सफलता मिली है। दो महीने के पश्चात बलराम स्वस्थ महसूस कर रहा है। इस ऑपरेशन में एससीबी मेडिकल प्रोफेसर बिभूूति भूषण नायक के अलावा डॉ प्रशांत बल, रश्मि रंजन मोहंती, डॉक्टर महेश कुमार मंडल, बिष्णुपद नायक, डॉ आशीष पटनायक, पिसफाक अहमद, डॉ तन्मय महापात्र, डॉ ईशान अग्निहोत्री, एसोसिएट प्रफेसर डॉक्टर सिद्धार्थ राउतराय और डॉक्टर रोजालीन मिश्र मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी