Odisha News: एकमो चिकित्सा के लिए कटक से कोलकाता के निजी अस्पताल को स्थानांतरण हुए विजिलेंस निदेशक
कटक जिलाधीश भवानी शंकर चयनी ने इस मौके पर गण माध्यम को सूचना देते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से उनके इलाज के तमाम व्यवस्था की गई है। वह एक अच्छे प्रशासनिक अधिकारी हैं। इसके साथ ही साथ एक अच्छे साहित्यकार और अच्छे इंसान भी हैं।
कटक, जागरण संवाददाता। कोरोना से संक्रमित होकर हालत गंभीर होनेवाले विजिलेंस के निर्देशक डॉ देवाशीष पाणीग्राही को कटक से कोलकाता की मेडिका अस्पताल को स्थानांतरण किया गया है। मंगलवार को उन्हें कटक के अश्वनी कोविड अस्पताल से भुवनेश्वर ले जाया गया। फिर वहां से एअरलिफ्ट के द्वारा कोलकाता के निजी अस्पताल मेडिका अस्पताल को ले जाया गया है। उस अस्पताल के जानकार डॉक्टर को लेकर गठित टीम अश्वनी अस्पताल को आकर उनकी स्वास्थ्य अवस्था की जांच करने के पश्चात उन्हें कोलकाता ले गए।
मंगलवार को उन्हें एंबुलेंस के द्वारा कटक के अश्वनी कोविड अस्पताल से भुवनेश्वर हवाई अड्डे तक स्वतंत्र ग्रीन कोरिडोर के द्वारा लिया गया। अश्वनी अस्पताल से हाईकोर्ट के रास्ते होते हुए पूरीघाट रास्ते से खाननगर, मधुपटना चौक आदि होते हुए एंबुलेंस हवाई अड्डे पर पहुंची। महज आधा घंटे के अंदर एंबुलेंस हवाई अड्डे में पहुंचा। उनके स्थानांतरण के समय पुलिस कमिश्नर सौमेंद्र प्रियदर्शी, कटक के जिलाधीश भवानी शंकर चयनी, होमगार्ड आईजी असित पाणीग्राही, कटक डीसीपी प्रतीक सिंह, एडीसीपी प्रमोद रथ प्रमुख अश्वनी अस्पताल के पास मौजूद थे। ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से रास्ते पर ट्रैफिक क्लीयरेंस की गई थी।
एंबुलेंस के आगे कुछ गाड़ी और पीछे कुछ गाड़ी भुवनेश्वर हवाई अड्डे तक पहुंची। फिर वहां से उन्हें तुरंत 10 मिनट के अंदर एयर एम्बुलेंस के द्वारा कोलकाता के निजी अस्पताल को ले जाया गया। वहां पर पहुंचने के बाद उनका एकमो चिकित्सा शुरू की गई है।
कटक जिलाधीश भवानी शंकर चयनी ने इस मौके पर गण माध्यम को सूचना देते हुए कहा कि, राज्य सरकार की ओर से उनके इलाज के तमाम व्यवस्था की गई है। वह एक अच्छे प्रशासनिक अधिकारी हैं। इसके साथ ही साथ एक अच्छे साहित्यकार और अच्छे इंसान भी हैं। ऐसे में उनके साथ हर एक की प्रार्थना जुड़ी हुई है। हमें उम्मीद है वह निश्चित तौर पर स्वस्थ होकर लौटेंगे।
दूसरी और अश्वनी कोविड अस्पताल के डॉक्टर मानस नायक के मुताबिक़, वह कोरोना से संक्रमित होने के पश्चात अस्वाभाविक महसूस करने हेतु पिछले 28 मई को इस अस्पताल में भर्ती हुए थे। तभी से उनका इलाज जारी है। हर एक बेहतर इलाज दिए जाने के बावजूद उनके स्वास्थ्य अवस्था में अन्य मरीजों की मुकाबले ज्यादा सुधार नहीं आया है। बाद में उनके फेफड़े का परीक्षण किया गया। इसके बाद पता चला कि उनका फेफड़ा काफी हद तक संक्रमित हो चुका है। पहले से ही उनका डायबिटीज, ब्लड प्रेशर आदि होने हेतु उनके स्वास्थ्य अवस्था में सुधार नहीं आ पा रहा है। ऐसे में उन्हें एकमो चिकित्सा की जरूरत है। जिसके चलते उन्हें कोलकाता के निजी अस्पताल को भेजा गया है।