मृतक व्यक्ति के नाम पर बीमा कर 1.18 करोड़ रुपये की ठगी, LIC एजेंट गिरफ्तार

मृतक व्यक्ति के नाम पर बीमा कर 1.18 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में क्राइमब्रांच आर्थिक अपराध शाखा ने एक एलआइसी एजेंट को गिरफ्तार किया है। एलआईसी की खुर्दा शाखा के शिकायत के बाद क्राइमब्रांच आर्थिक अपराध शाखा मामले की जांच कर रही थी।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Thu, 07 Oct 2021 02:40 PM (IST) Updated:Thu, 07 Oct 2021 02:40 PM (IST)
मृतक व्यक्ति के नाम पर बीमा कर 1.18 करोड़ रुपये की ठगी, LIC एजेंट गिरफ्तार
मृतक व्यक्ति के नाम पर बीमा कर 1.18 करोड़ रुपये की ठगी

भुवनेश्‍वर, जागरण संवाददाता। एलआईसी खुर्दा शाखा की शिकायत पर क्राइमब्रांच आर्थिक अपराध शाखा कर रही थी मामले की जांच मृतक व्यक्ति के नाम पर बीमा कर 1.18 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में क्राइमब्रांच आर्थिक अपराध शाखा ने एक एलआइसी एजेंट को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति का नाम कविराज बेहेरा है। उसका घर पुरी जिले के कणास थाना क्षेत्र के झाड़कटा गांव में है।

एलआईसी की खुर्दा शाखा के शिकायत के आधार पर क्राइमब्रांच आर्थिक अपराध शाखा घटना की जांच कर रही थी। जांच के समय पता चला था कि 2003 से एलआईसी एजेंट के तौर पर कविराज बेहेरा कार्य करता था। कविराज बेहेरा ने 2013 से 2019 के बीच गैरकानूनी तरीके से 4 मृतक व्यक्ति के नाम पर 23 पालिसी खोला था। उक्त लोगों को जीवित दर्शाकर बेहेरा ने यह पालिशी खोली थी। तीन से 5 साल तक इस पालिसी के लिए जरूरी प्रिमियम राशि जमा कर रहा था। बाद में इन लोगों की मृत्यु का फर्जी प्रमाणपत्र बनाया। इन मृत्यु प्रमाणपत्रों को दिखाकर एजेंट ने राशि हड़पने का प्रयास कर रहा था। कविराज ने जानबूझकर इन फर्जी बीमा पालिसी में सम आस्यूरड को 10 लाख रुपये के अन्दर तक सीमित रखा था। इसके लिए उसे डिवीजनल अधिकारी से अनुमति नहीं लेनी पड़ी। 23 बीमा पालिसी के लिए कविराज ने 1.81 करोड़ रुपये पाने का आवेदन किया। यहां तक कि एलआईसी की तरफ से 5 पालिसी के लिए अर्थ रिलीज कर दिया गया था।

मामला सामने आने के बाद क्राइमब्रांच आर्थिक अपराध शाखा ने कविराज के घर पर भी जांच पड़ताल किया। जांच के समय क्राइमब्रांच को उसके घर से कई संदेहजनक कागजात मिले थे। उपरोक्त फर्जी पालिसी के साथ जुड़े मतदान परिचयपत्र, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक, आधारकार्ड, अन्य कागजात जब्त किया गया था। घटने की जांच अभी भी जारी है। इसमें एलआईसी के किसी अधिकारी की संपृक्ति है या नहीं, उस संदर्भ में भी क्राइमब्रांच जांच कर रही है। इसके अलावा गिरफ्तार कविराज ने इस तरह की और ठगी की है या नहीं, उसकी भी जांच की जा रही है।

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