पुरी स्वर्गद्वार में अब इन लोगों का नहीं हो सकेगा अंतिम संस्‍कार, प्रशासन ने लगायी रोक

कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए पुरी स्वर्गद्वार में बाहर से आने वाले शवों के अंतिम संस्कार और अस्थि विसर्जन करने पर रोक लगा दी गयी है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 03:10 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 03:10 PM (IST)
पुरी स्वर्गद्वार में अब इन लोगों का नहीं हो सकेगा अंतिम संस्‍कार, प्रशासन ने लगायी रोक
पुरी स्वर्गद्वार में अब इन लोगों का नहीं हो सकेगा अंतिम संस्‍कार, प्रशासन ने लगायी रोक

पुरी, जागरण संवाददाता। पुरी जिले में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां स्थित स्वर्गद्वार में पुरी के बाहर से आने वाले शवों के अंतिम संस्कार और महोदधि में अस्थि विसर्जन करने पर रोक लगा दी गयी है। विधायक विष्णु दास के अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़ को देखने के बाद जिलाधिकारी बलवंत सिंह ने एक वीडियो जारी कर मीडिया को स्वर्गद्वार में पाबंदी लगाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यहां की आध्यात्मिक मान्यता को देखते हुए राज्य से और ओडिशा के बाहर के लोग यहां शवों का अंतिम संस्कार और महोदधि में अस्थि विर्सजन करने आते हैं। कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए पाबंदी लगाने का निर्णय लिया जा रहा है।

कई मामलों में मृत व्यक्ति को पाजिटिव पाया गया है। ऐसी स्थिति में यह तय करना मुश्किल है कि कौन व्यक्ति पाजिटिव है या कौन नहीं। इसलिए पुरी के लोगों की सुरक्षा के लिए, आने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कठोर निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि परिस्थिति सामान्य होने तक पुरी जिला से बाहर के लोगों के लिए यहां अंतिम संस्कार और अस्थि विसर्जन की अनुमति नहीं दी जायेगी। सामान्य स्थिति होने के बाद आप यह सब कर सकते हैं। फिलहाल इसकी अनुमति नहीं होगी। उल्लेखनीय है कि पुरी जिले में पहले से ही बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिले से बाहर भी नहीं जाने की अनुमति है। अति आवश्यक सेवाओं को छूट दी जा रही है। जिलाधिकारी ने लोगों से सहयोग की अपील की है।

 जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार से संबंधित कार्यालयों में 15 दिनों तक आम लोगों का प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है। उन्होंने कहा कि बीडीओ, तहसीलदार और संबंधित अधिकारियों का नंबर जारी कर दिया गया है। आप उस नंबर पर फोन कर सेवा लें सकते हैं। लोगों से लक्षण दिखने पर आशाकर्मियों और संबंधित हेल्पलाइन पर सूचित करने का आह्वान किया गया है।

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