श्री लिंगराज मंदिर सेवकों ने केन्द्र सरकार को दी 24 घंटे के अन्दर उप नियम को वापस लेने की चेतावनी

लिंगराज मंदिर के सेवकों ने कहा है कि प्रस्तावित उप नियम से सेवक परिवार प्रभावित होंगे उप नियम वापस नहीं हुआ तो आन्दोलन करेंगे। सेवकों ने केन्द्र सरकार को 24 घंटे के अन्दर उप नियम को वापस लेने की चेतावनी दी है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 02:38 PM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 02:42 PM (IST)
श्री लिंगराज मंदिर सेवकों ने केन्द्र सरकार को दी 24 घंटे के अन्दर उप नियम को वापस लेने की चेतावनी
श्रीलिंगराज मंदिर के लिए एनएमए के प्रस्तावित उप नियम का विरोध

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। महाप्रभु श्री जगन्नाथ मंदिर के बाद अब राजधानी भुवनेश्वर में मौजूद महाप्रभु श्री लिंगराज मंदिर के लिए राष्ट्रीय स्मारिकी प्राधिकरण (एनएमए) की तरफ से जारी प्रस्तावित उप नियम को लेकर एकाम्र क्षेत्र में असंतोष का माहौल बन गया है। श्रीलिंगराज मंदिर के सेवकों ने केन्द्र सरकार को 24 घंटे के अन्दर उप नियम को वापस लेने की चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि प्रस्तावित उप नियम वापस नहीं लिए गए तो फिर हम इसका कड़ा प्रतिवाद करेंगे। 

भक्तों की भावना के साथ खिलवाड़ 

श्री लिंगराज मंदिर के 4 निजोग के सेवकों ने कहा है कि ऐहित्य क्षेत्र के विकास के लिए उप नियम को हथियार बनाकर भक्तों की भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सेवकों ने कहा है कि यदि 24 घंटे में उप नियम को वापस नहीं लिया गया तो फिर वे लिंगराज मंदिर के सामने दीप जलाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं दूसरी तरफ उप नियम को वापस लेने के लिए खुर्दा जिलाधीश एवं देवोत्तर आयोग ने राष्ट्रीय स्मारिकी प्राधिकरण को पत्र लिखा है। लिंगराज तथा अनंत वासुदेव मंदिर के लिए खुर्दा जिलाधीश ब्रह्मेश्वर मंदिर के लिए देवोत्तर आयोग ने कड़ी नाराजगी जाहिर किया है। प्रस्तावित उप नियम लागू होने पर सैकड़ों लोगों का घर टूट जाएगा। सेवक एवं भक्तों की भावना को चोट पहुंचेगी। लिंगराज मंदिर एवं आस-पास इलाके के सौंदर्यीकरण के लिए पहले से ही एकाम्र विकास प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। इसके लिए स्थानीय लोगों ने अपनी मर्जी से जमीन दिया है। अब प्रस्तावित उप नियम लागू होने पर विकास प्रक्रिया बाधित होगी। लोगों ने कहा है कि यदि महाप्रभु श्री लिंगराज मंदिर के आस-पास में गैरकानूनी निर्माण हुआ है तो फिर 50 साल से एएसआई क्या कर रही थी। प्रस्तावित उप नियम को वापस नहीं लिया तो फिर जन आन्दोलन बढ़ेगा। 

लोगों की भक्ति एवं भावना का संपर्क 

लिंगराज मंदिर के सेवकों का कहना है कि प्रभु लिंगराज पुरे विश्व के ठाकुर हैं। इसके साथ ही प्रभु लिंगराज की नीति एवं पर्व इससे जुड़े हैं। भक्ति के भाव से सभी बंधे है। सेवक हों या फिर भक्त। किन्तु एनएमए की विज्ञप्ति वापस नहीं हुई तो फिर सौन्दर्यीकरण व प्रभु की नीति तथा सेवा प्रभावित होगी। लिंगराज मंदिर के साथ राज्य के लोगों की भक्ति एवं भावना का संपर्क है। लिंगराज मंदिर एक शैव पीठ है। करोड़ों लोगों की भावना इस मंदिर से जुड़ी हुई है। केन्द्र सरकार महाप्रभु के भक्तों की भावना को समझे और अपने निर्णय को वापस ले यही हमारी मांग है। लिंगराज मंदिर के सेवकों ने कहा है कि 24 घंटे के अन्दर प्रस्तावित उप नियम को वापस लिया जाए अन्यथा हम आन्दोलन करेंगे।

chat bot
आपका साथी