10 दिनों से धू-धू कर जल रहा है सिमलीपाल अभ्यारण, केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने दिया आग पर काबू पाने का आदेश

सिमलीपाल अभ्यारण में लगे भयंकर आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया है। आग भयावह होने के कारण स्थानीय लोग और जीव-जंतुओं के बीच भयभीत का माहौल बन गया है। केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने आग पर काबू पाने का आदेश दिया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 08:31 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 08:31 AM (IST)
10 दिनों से धू-धू कर जल रहा है सिमलीपाल अभ्यारण, केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने दिया आग पर काबू पाने का आदेश
सिमलीपाल अभ्यारण में लगे भयंकर आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया है

 बालेश्वर, जागरण संवाददाता। पड़ोसी जिला मयूरभंज में स्थित सिमलीपाल अभ्यारण में लगे भयंकर आग पर काबू पाना मानो वन विभाग वालों के लिए मील का पत्थर साबित होने लगा है यह आग धीरे-धीरे एक के बाद एक पहाड़ को चपेट में लेते हुए तथा पार करते हुए पूरे जंगल को अपने कब्जे में लेने लगी है जिसके चलते इस जंगल में मौजूद कीमती औषधीय वृक्ष और जड़ी बूटियां समेत जंगली जीव जंतु नष्ट होने लगे हैं।  प्राप्त खबर के अनुसार सिमलीपाल बाघ संरक्षण इलाके में आग लगने के कारण मयूरभंज जिला के पुडा डिहा रेंज अंतर्गत आनंदपुर, खंडातीरा , बाली नाल नामक पहाड़ में विगत कई दिनों से आग लगी हुई है। आग भयावह होने के कारण स्थानीय लोग और जीव-जंतुओं के बीच भयभीत का माहौल बन गया है। इस आग को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केंद्रीय जंगल मंत्री से और मुख्यमंत्री से आग पर नियंत्रण के लिए अनुरोध किया था।  

आग पर काबू के लिए सरकार से अनुरोध 

 वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने ट्वीट कर इस आग पर काबू के लिए सरकार से अनुरोध किया था उन्होंने यहां तक कहा था कि यदि जंगल जल जाएंगे तो आने वाले दिनों में जंगल देखने को नहीं मिलेंगे। यह आग एक के बाद एक पहाड़ को अपने काबू में ले रहा है। यहां पर कुल जंगल के 21 रेंज हैं जिनमें से 8 रेंज में आग लगी हुई है जो कि काफी गंभीर बात है बाराई पानी इत्यादि में आग नई बात नहीं है। 

शिकारी जानबूझकर लगाते हैं आग

  प्रत्येक वर्ष पतझड़ के मौसम में सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है सूत्रों की माने तो शिकारी जानबूझकर आग लगाते हैं क्योंकि वे जंगल के एक छोर में आग लगा देते हैं तो दूसरे छोर में उन्हें शिकार करने में आसानी होती है। यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यहां का वन विभाग का इंटेलिजेंस आखिर कैसे फेल हो गया। जंगल में भीषण आग के बारे में इन्हें पहले सूचना क्यों नहीं लगी यह अपने आप में एक बड़ा सवाल बन गया है।

पहाड़ पर चढ़कर आग बुझाना कठिन 

सूत्र बताते हैं कि जंगल में लगी आग नजदीक के गांव तक पहुंच जाने के कारण चंद दिनों पहले दमकल विभाग वालों ने  पहुंच उक्त आग पर काबू पाया था और आग को बुझाया था लेकिन आज भी धू-धू कर जल रहा है। मयूरभंज जिले का सिमलीपाल अभ्यारण यहां के जंगल वालों की माने तो सारे कर्मचारियों को आग बुझाने के कार्य में लगा दिया गया है लेकिन इनके लिए सबसे कठिन बात यह है कि पहाड़ पर चढ़कर आग बुझाना काफी कठिन हो रहा है। सिमलीपाल के उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम चारों दिशाओं में आग दिख रहे हैं यहां पर औषधि गुण वाले पेड़ जलकर पूरी तरह से राख होते जा रहे हैं। वहीं केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने आग पर काबू पाने का आदेश दिया है।

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