सुंदरगढ़ समेत 16 जिलों में आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब का निर्माण जल्द
ओडिशा में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्त्रमण का पता लगाने के लिए सरकार ने राज्य के 16 जिलों में आरपीटपीसीआर टेस्टिंग लैब बनाने का निर्णय लिया है।
संसू, भुवनेश्वर : ओडिशा में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्त्रमण का पता लगाने के लिए सरकार ने राज्य के 16 जिलों में आरपीटपीसीआर टेस्टिंग लैब बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 20 करोड़ रुपये की आर्थिक मंजूरी प्रदान की है। भद्रक, बौद्ध, ढेंकानाल, गजपति, खुर्दा जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाड़ा नवरंगपुर, मलकानगिरी, नुआपड़ा, सोनपुर, कंधमाल, सुंदरगढ़, रायगड़ा और बरगढ़ जिले के मुख्यालयों में एक-एक आरटीपीसीआर टेस्ट सेंटर बनाया जाएगा। इन टेस्ट सेंटरों में हर दिन लोगों के आरटीपीसीआर की जाच की जाएगी और उन्हें तुरंत इसकी रिपोर्ट मिल सकेगी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने हर जिले में एक माइक्रो बायोलॉजिस्ट एवं तीन-तीन लैब तकनीशियन के पद को मंजूरी दी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह आरटीपीसीआर टेस्टिंग सेंटर कोरोना संक्रमण की पहचान एवं तुरंत इलाज के लिए मददगार साबित होंगे। साधु-संतों को टीकाकरण में मिलेगी विशेष सुविधा : ओडिशा सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए प्रदेश के साधु-संतों सहित भिक्षाटन करने वाले ऐसे लोगों को टीकाकरण के लिए सुविधा देने का ऐलान किया है जिनके पास आमतौर पर पहचान पत्र नहीं होता है। सरकार ने घोषणा की है कि प्रदेश में चल रहे टीकाकरण में ऐसे नागरिकों को शामिल किया जाएगा जिनके पास पहचान पत्र नहीं होता है। इसके लिए ऐसे लोगों को कोविड पोर्टल में विशेष सुविधा दी जाएगी। राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिलाधीशों को निर्देश दिया गया है कि साधु-संत और भिखारी श्रेणी के उन व्यक्तियों को टीकाकरण की सुविधा प्रदान की जाए जिनके पास कोई पहचान पत्र नहीं होता है। सरकार के इस निर्णय से ऐसे लोगों को कोविड-19 से बचाया जा सकेगा जिनके पास टीकाकरण के लिए आवश्यक पहचान पत्र नहीं होता है।