बालेश्वर की पांच पंचायतों के लोगों ने रास्ते के मरम्मत को लेकर जिलाधीश से लगायी गुहार

बालेश्वर के पांच पंचायतों के लोगों ने फुला डी से लेकर चसा खंड तक के मुख्य रास्ते को मरम्मत किए जाने की मांग की है। लोगों का आरोप है उक्त पंचायतों में एंबुलेंस से लेकर दमकल की गाड़ियां समय-समय पर नहीं पहुंच पाती क्योंकि रास्ते इतने जर्जर हो गए हैं।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 10:27 AM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 10:27 AM (IST)
बालेश्वर की पांच पंचायतों के लोगों ने रास्ते के मरम्मत को लेकर जिलाधीश से लगायी गुहार
बालेश्वर के पांच पंचायतों के लोगों ने बालेश्वर के जिलाधीश से की मुलाकात

बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बालेश्वर के पांच पंचायतों के लोगों ने बालेश्वर के जिलाधीश से मुलाकात कर फुला डी नामक स्थान से लेकर चसा खंड तक के मुख्य रास्ते को मरम्मत किए जाने की मांग की है। यह रास्ता करीब पांच पंचायतों के विभिन्न गांव से जुड़ता है। इन लोगों की मांग है यदि हमारी मांगों पर एक सप्ताह के भीतर विचार न किया गया तो इसी महीने के 12 तारीख को 60 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह से ठप कर दिया जाएगा। इन लोगों का आरोप है कि समय-समय पर जब कोई नए जिलाधीश आते रहे हैं।

यह लोग अपनी मांग उनके सामने रखते हैं क्योंकि फुला डी से लेकर चसा खंड वाले रास्ते पर ही भारत के महान सपूत शहीद बाघा जतिन और उनके पांच साथियों का स्मृति स्थल भी बना हुआ है। जहां पर प्रत्येक दिन पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से भारी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते है तथा दर्शन के लिए आते हैं लेकिन इस जर्जर रास्तों के चलते यह लोग दोबारा उक्त स्थान पर आना नहीं चाहते केवल सितंबर के महीने में शहीद बाघा जतिन के जयंती के उत्सव पर जिला प्रशासन की ओर से लाल मिट्टी रास्तों पर बिछाकर जिला प्रशासन अपना दायित्व समाप्त समझता है।

 इन लोगों का आरोप है उक्त पंचायतों में एंबुलेंस से लेकर दमकल की गाड़ियां समय-समय पर नहीं पहुंच पाती क्योंकि रास्ते इतने जर्जर हो गए हैं कि फुला डी से लेकर चसा खंड के बीच घंटों लग जाते हैं। इन गाड़ियों को पहुंचने के लिए वहीं दूसरी ओर पड़ोसी जिला मयूरभंज के कलमा महिषासुर पुनिया तथा बालेश्वर के चसाखंड पंचायत के हजारों लोग बालेश्वर शहर इसी रास्ते से प्रत्येक दिन आना जाना करते हैं। विद्यालय और महाविद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे भी इसी रास्ते से होकर शहरी इलाकों तक पहुंचते हैं लेकिन जर्जर सड़कों के कारण आज लोगों का आना-जाना मानो पहाड़ सा लगने लगा है। 

 इन लोगों ने जिलाधीश से गुहार लगाया कि जल्द से जल्द उक्त रास्ते का मरम्मत का कार्य ना किया गया तो इसी महीने के 12 तारीख को भी और 5 पंचायतों के करीब हजारों की तादाद में पुरुष और महिलाएं राष्ट्रीय राजमार्ग के आवागमन को पूरी तरह से ठप कर देंगे। यहां उल्लेखनीय है कि चसाखंड से रास्ते के बीच कई लोगों के व्यक्तिगत जमीन होने के कारण लोग अदालतों में मामले दर्ज किए हैं। जिसके कारण जिला प्रशासन की ओर से उक्त रास्ते के मरम्मत का कार्य सही ढंग से नहीं हो पाने की सूचना मिली है।

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