ओडिशा को दो राष्ट्रीय पुरस्कार, जगा मिशन व जल आपुर्ति को मिली प्रशसा

जगा मिशन एवं जल आपूर्ति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए ओडिशा सरकार ने जनआग्रह शहर शासन के द्वितीय संस्करण में दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 08:55 AM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 08:55 AM (IST)
ओडिशा को दो राष्ट्रीय पुरस्कार, जगा मिशन व जल आपुर्ति को मिली प्रशसा
ओडिशा को दो राष्ट्रीय पुरस्कार, जगा मिशन व जल आपुर्ति को मिली प्रशसा

संसू, भुवनेश्वर : जगा मिशन एवं जल आपूर्ति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए ओडिशा सरकार ने जनआग्रह शहर शासन के द्वितीय संस्करण में दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता में आयोजित इस वर्चुअल पुरस्कार समारोह में ओडिशा ने उपरोक्त पुरस्कार प्राप्त किए। राज्य की ओर से गृह एवं नगर विकास विभाग के मुख्य सचिव जी माथभाथनन में यह पुरस्कार ग्रहण किया। उपरोक्त 5 श्रेणियों के लिए 17 राज्यों की ओर से कुल 54 आवेदनों पर विचार किया गया था। इनमें से ओडिशा ने दो श्रेणियों में प्रथम स्थान हासिल किया। ओडिशा सरकार के गृह एवं शहरी विकास विभाग को जगा मिशन प्रकल्प के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी तथा पाइप लाइन द्वारा जलापूर्ति के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग संगठन को सर्वश्रेष्ठ सिविक एजेंसी के रूप में सम्मानित किया गया। ओडिशा में लागू किए गए बस्ती वासियों के जमीन अधिकार नियम-2017 एवं बस्ती विकास संघ के माध्यम से बस्तियों में किए गए विकास के मद्देनजर यह पुरस्कार दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि यह पुरस्कार केंद्र सराकर द्वारा शहरी विकास के संदर्भ में विकेंद्रीकरण में उत्कृष्ट कार्यो को मान्यता देने के लिए प्रदान किए जाते हैं। जिन पांच वगरें में पुरस्कार प्रदान किया जाता है, वह हैं श्रेष्ठ राज्य, श्रेष्ठ संस्था, श्रेष्ठ सिविक एजेंसी, श्रेष्ठ राज्य निर्वाचन कमीशन एवं श्रेष्ठ राज्य कमीशन। राज्य के गृह एवं नगर विकास, कानून, पंचायती राज एवं जल मंत्री प्रताप जेना ने पुरस्कार प्राप्त विभाग के पदाधिकारियों के कठिन परिश्रम के लिए उनका आभार जताया है। कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में ओडिशा नगर के विकास एवं स्मार्ट सिटी मिशन की सफलता का समग्र विश्व अनुशरण कर रहा है। इस पुरस्कार वितरण समारोह में पौर प्रशासक संग्रामजीत नायक, आईसीपीएच बसंत कुमार सेनापति एवं उप शासन सचिव शारदा पंडा समेत अन्य विभागीय पदाधिकारियों ने भाग लिया। साइबर सेल में दिन-ब-दिन बढ़ रहीं शिकायतें : राजधानी भुवनेश्वर में दिन-ब-दिन बढ रहे साइबर धोखाधड़ी के मामले चिंताजनक है। रोजाना 50 से अधिक साइबर धोखाधड़ी से पीड़ित लोगों की शिकायतें साइबर सेल को मिल रही है। बढ़ती हुई शिकायत की संख्या को ध्यान में रखते साइबर सेल जल्द ही पुलिस कंट्रोल रूम की मदद लेने की व्यवस्था कर रही है।

भुवनेश्वर के डीसीपी उमा शकर दास ने बताया कि दिन-ब-दिन बढ़ रहे साइबर अपराध को रोकने में आम लोगो की जागरूकता मदद कर सकती है। अगर लोग चाहें तो साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं। साइबर धोखेबाज बहुत चालाक हैं। वे रोजाना नई-नई योजना बनाकर लोगों को उल्लू बनाकर उनसे पैसे ऐंठ लेने की कोशिश करते हैं। उन्हें अच्छे से अंदाजा है कि लोग उनकी किस बात पर यकीन करेंगे एवं क्या तथ्य देने पर उनपर संपूर्ण रूप से विश्वास कर अपनी बहुमूल्य निजी जानकारी उनसे साझा कर सकेंगे। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ये लुटेरे लोगों को लूटने का तरीका अपनाते हैं। वर्तमान समय में कोविड-19 के चलते राज्य में टीकाकरण शुरू होने वाला है। जिसे ध्यान में रख यह लुटेरे लोगों के पास कोविड-19 के टीकाकरण के लिए फोन कॉल कर पंजीकरण के लिए लोगों की निजी जानकारी माग रहे हैं। इससे लोगों से उनके आधार कार्ड का नंबर, बैंक अकाउंट की जानकारी आदि मांगी जाती हैं। फलस्वरूप लुटेरे चंद मिनटो में लोगों के बैक अकाउट से पैसे उड़ा ले जाते है। सामान्य लोगो को चाहिए कि इन धोखाधड़ी से बचने के लिए वे ऐसे किसी भी फोन काल के उत्तर न दें। यदि लोग सतर्क रहेंगे तब निश्चित रूप से साइबर अपराध पर नियंत्रण करने में सहायक हो सकते हैं।

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