Odisha: सीएम नवीन पटनायक ने पांच साल की बच्ची की हत्या की एसआइटी जांच के आदेश दिए

Odisha पांच साल की बच्ची परी की हत्या के मामले में मंत्री अरुण साहू के इस्तीफा की मांग को लेकर विधानसभा में शुक्रवार को पुन जोरदार हंगामा हुआ है। हालांकि हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एसआइटी जांच का निर्देश दिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 03:44 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 03:44 PM (IST)
Odisha: सीएम नवीन पटनायक ने पांच साल की बच्ची की हत्या की एसआइटी जांच के आदेश दिए
नवीन पटनायक ने पांच साल की बच्ची की हत्या की एसआइटी जांच के आदेश दिए। फाइल फोटो

जासं, भुवनेश्वर। ओडिशा के नयागड़ जिले में पांच साल की बच्ची परी की हत्या के मामले में मंत्री अरुण साहू के इस्तीफा की मांग को लेकर विधानसभा में शुक्रवार को पुन: जोरदार हंगामा हुआ है। हालांकि हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) जांच का निर्देश दिया है। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए सदन की कार्यवाही में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उक्त निर्देश दिया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले के लिए मैं अत्यंत ही दुखित हूं। मेरी सरकार सदैव निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिवद्ध रही है और इस मामले में भी निष्पक्षता बरती जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए अनुरोध किया है। हालांकि एसआइटी जांच के साथ ही मंत्री साहू के इस्तीफा की मांग करने वाले विरोधी दल के सदस्यों को मुख्यमंत्री की घोषणा पसंद नहीं आई। उन्होंने सदन में हंगामा जारी रखा।

इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विरोधी दल के विधायक सदन के मध्य भाग में आ गए। पोस्टर व बैनर पकड़कर प्रदर्शन करते हुए मंत्री अरुण साहू के इस्तीफा की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। सदन में हंगामा जारी रहने से विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही को मुलतवी घोषित कर दिया है। विधानसभा के बाहर भी परी हत्या मामले को लेकर विरोध-प्रदर्शन के स्वर सुनाई दिए। बच्ची को न्याय दिलाने की मांग में भाजपा व युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन किया है। भाजपा कार्यकर्ता राज्य कार्यालय से विधानसभा की तरफ आगे बढ़े तो वहीं युवा कांग्रेस कार्यकर्ता मंत्री अरुण साहू के इस्तीफा की मांग करते हुए विधानसभा के सामने प्रदर्शन किया। बैरीकेड तोड़कर विधानसभा की तरफ बढ़ रहे सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर बाद में छोड़ दिया है।

वहीं, लक्ष्मीप्रसाद सरपंच सौम्य रंजन प्रधान ने भी मंत्री अरुण साहू पर गंभीर आरोप लगाया है। प्रधान ने कहा कि पांच साल की बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या की गई है। हत्या के मुख्य अभियुक्त बाबुली को बचाने के लिए मंत्री अरुण साहू लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस संदर्भ में मुंह खोलने पर मुझे भी जान से मारने की धमकी मिल रही है। यदि मुझे या मेरे परिवार को कुछ होता है तो फिर उसके लिए मंत्री अरुण साहू जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि आखिर एक पांच साल की नन्ही बच्ची की कोई क्यों हत्या करेगा। बच्ची की हत्या किसी बड़े व्यक्ति के शरीर में अंग-प्रत्यंग लगाने के लिए किए जाने का संदेह हो रहा है और मामले को दबाने का प्रयास मंत्री अरुण साहू कर रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले मंगलवार को बच्ची के माता-पिता विधानसभा के बाहर खुद को जिंदा जलाने का प्रयास किए थे। इसके साथ ही बच्ची की हत्या के लिए उसके माता-पिता ने मंत्री अरुण साहू को जिम्मेदार ठहराया था। इस मामले को लेकर तभी से विरोधी दल विधानसभा में एसआइटी जांच करने की मांग करने के साथ ही मंत्री अरुण साहू के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। 

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