Coronavirus: ओडिशा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्‍त नायक की हालत बिगड़ी, वेंटिलेटर पर

Coronavirus ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्त नायक का कोरोना से संक्रमित होने के बाद भुवनेश्वर अखिल भारतीय आर्युविज्ञान प्रतिष्ठान कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। यह जानकारी उनके एक निकटतम सहयोगी ने दी है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 03:42 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 03:42 PM (IST)
Coronavirus: ओडिशा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्‍त नायक की हालत बिगड़ी, वेंटिलेटर पर
ओडिशा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्‍त नायक की हालत बिगड़ी वेंटिलेटर पर। फाइल फोटो

भुवनेश्वर, जागरण संवादददाता। ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्त नायक का कोरोना से संक्रमित होने के बाद भुवनेश्वर अखिल भारतीय आर्युविज्ञान प्रतिष्ठान (एम्स) कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है। नायक की तबियत खराब होने के बाद अब उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। यह जानकारी उनके एक निकटतम सहयोगी ने दी है। कोविड से संक्रमित होने के बाद नायक 20 अप्रैल को एम्स में भर्ती हुए थे। 26 अप्रैल को उन्हें आईसीयू में स्थानांतरित किया गया। इसकी जानकारी मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास ने एक उच्च स्तरीय डाक्टरी टीम व एम्स के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए किस प्रकार से उन्हें उत्तम स्वास्थ्य सुविधा मिले उस पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने विरोधी दल नेता के जल्द स्वस्थ होने की भी कामना की है।

कटक में गंभीर मरीजों को नहीं मिल रहे आईसीयू में बेड, जा रही जान 

ओडिशा की व्यापारिक नगरी कटक में कोरोना की स्थिति गंभीर हो गई है। हर दिन संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आलम यह हो गया है कि गंभीर मरीजों को आईसीयू में बेड नहीं मिल पा रहे हैं और लोगों की जान चली जा रही है। एक से छह तारीख के बीच जिले में चार हजार के करीब लोग संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के लिए कोविड अस्पताल में आईसीयू में बेड नहीं मिल पा रहा है। बेड की कमी के कारण कई लोग अपना जीवन गंवा रहे हैं। वहीं, प्रशासन केवल एक के बाद एक कोविड सेवा केंद्र खोलकर अपने कर्तव्य का इतिश्री कर ले रहा है। इन सेवा केंद्रों में गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजन या फिर आईसीयू की सुविधा नहीं है।

जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को सेवा मुहैया कराने के लिए 11 स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था की गई है। इन सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 1800 से अधिक बेड रखे गए हैं। माधपुर स्थित भीमसार (गोपबंधु आर्युविज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान), टांगी स्थित ड्रीम्स, बोस व आईएमआईटी को कोविड सेवा केंद्र बनाया गया है। इन केंद्रों में केवल सामान्य संक्रमित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। इन सभी केंद्रों में मरीजों के लिए ऑक्सीजन या आईसीयू की सुविधा नहीं है। सद्गुरू, सृष्टि, साउथ प्वाइंट, रूद्र, ओम, शुभम जैसे निजी चिकित्सालय के साथ कटक एससीबी मेडिकल में गंर मरीजों के लिए आईसीयू की सुविधा है। जिला के अन्य किसी स्वास्थ्य केंद्र में गंभीर संक्रमित के इलाज के लिए ना ही आईसीयू है और ना ही ऑक्सीजन की सुविधा है। परिणाम स्वरूप अधिकांश गंभीर रूप से संक्रमित मरीज चिकित्सा के लिए कटक एससीबी मेडिकल या फिर इन सभी निजी अस्पतालों पर निर्भर हैं। इनमें से अधिकांश अस्पतालों में इस समय आईसीयू बेड खाली नहीं हैं। बेड की कमी के कारण गम्भीर मरीजों को इलाज नहीं हो पा रहा है और मरीज इस अस्पताल से उस अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं और इलजा ना मिलने से उनकी मौत हो जा रही है। लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण आज एक तरफ जहां जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है तो वहीं दुसरी तरफ लोगों की जान जा रही है।

गौरतलब है कि एक मई को जिले में 828 मरीज सामने आए थे जबकि 367 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे थे। दो मई को 482 लोग संक्रमित मिले और 380 लोग स्वस्थ होकर अपने घर गए। तीन मई को 587 लोग संक्रमित पाए गए, जबकि 336 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। चार मई को 447 लोग संक्रमित हुए थे, जबकि 342 लोग स्वस्थ हुए थे। वहीं, बुधवार को 790 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 485 लोग स्वस्थ हुए हैं। वहीं, वीरवार को 963 नए संक्रमित मामले सामने आए हैं। 

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