ओडिशा सरकार ने और दो बीडीओ व एक जेई को किया निलंबित

ओडिशा में शून्य सहनशीलता नीति को आधार बनाकर काम कर रही नवीन पटनायक सरकार ने शनिवार को फिर दो बीडीओ ओर जेई को नौकरी से निलंबित कर भ्रष्ट अधिकारी एवं कर्मचारियों को सख्त संदेश दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 08:33 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 08:33 AM (IST)
ओडिशा सरकार ने और दो बीडीओ व एक जेई को किया निलंबित
ओडिशा सरकार ने और दो बीडीओ व एक जेई को किया निलंबित

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : ओडिशा में शून्य सहनशीलता नीति को आधार बनाकर काम कर रही नवीन पटनायक सरकार ने शनिवार को फिर दो बीडीओ ओर जेई को नौकरी से निलंबित कर भ्रष्ट अधिकारी एवं कर्मचारियों को सख्त संदेश दिया है। सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि भ्रष्टाचार या काम में उपेक्षा बरतने वाले अधिकारी या कर्मचारी के लिए व्यवस्था में कोई जगह नहीं है। इसी के तहत पंचायतीराज विभाग की तरफ से दो ओएएस अधिकारी एवं एक जूनियर इंजीनियर को कार्य से निलंबित कर दिया गया है। ये तीनों अधिकारी स्वच्छ भारत योजना के अधीन कार्यरत थे। योग्य लाभुकों को शौचालय आवंटन करने में इन पर अनियमितता करने का आरोप था। आरोप प्रमाणित होने के बाद विभाग की तरफ से इन तीनों अधिकारियों को नौकरी से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही इन्हें अगले आदेश का इंतजार करने को कहा गया है। निलंबित होने वाले दो ओएएस अधिकारियों में एक मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा ब्लाक के विकास अधिकारी लरीमन खरेसल तथा दूसरे ओएएस अधिकारी देवेंद्र बहादुर हैं जोकि नवरंपुर जिले के झरिगां ब्लाक के विकास अधिकारी थे। इसी आरोप में झरिगां ब्लाक के जूनियर इंजीनियर सुनील सामल को भी नौकरी से निलंबित कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि ओड़िशा सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ एक मुहिम चलाते हुए साफ कर दिया है कि व्यवस्था में भ्रष्ट अधिकारियों का कोई स्थान नहीं है। भ्रष्टाचार करने वाले चाहे वह निचले स्तर का कर्मचारी हो या फिर उच्च स्तर पर कार्यरत कोई वरिष्ठ अधिकारी। किसी के खिलाफ यदि भ्रष्टाचार के आरोप सामने आएंगे तो फिर उनकी विदाई सुनिश्चित है। इसके तहत अब तक एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों अधिकारी एवं कर्मचारियों को या तो जबरन सेवानिवृत्ति पत्र पकड़ा दिया गया है या फिर उन्हें नौकरी से निलंबित कर दिया गया है।

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