सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने बुलायी सर्वदलीय बैठक
ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने सर्वदलीय बैठक बुलायी है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। कांग्रेस एवं बीजद एक ही हैं। विरोधी दल नेता शासक दल के इशारे पर काम कर रहे हैं। 2014 में जिस प्रकार से भूपिन्दर सिंह विरोधी दल नेता रहते समय अपने फायदे के लिए सरकार के साथ मिले हुए थे, आज भी वही अवस्था देखी जा रही है। राज्यवासियों के हित को अनदेखी कर विरोधी दल नेता अपने फायदे के लिए सरकार के साथ अंदरुनी सांठ-गांठ किए हुए हैं। भाजपा विधायकों को राज्य की समस्या को उठाने तक के लिए कांग्रेस पार्टी अवसर नहीं दे रही है। भाजपा जब भी कोई प्रसंग उठाना चाहती है तो कांग्रेस के विधायक जानबूझकर उसमें रोड़ा डालने का काम कर रहे हैं, भाजपा के विधायकों ने मंगलवार को यह आरोप लाते हुए सदन में जमकर हो हल्ला मचाया।
भाजपा के आरोप को बीजद के विधायकों ने भी चुनौती देते हुए शोर शराबा शुरू कर दिया। शासक दल के सदस्य अपनी सीट से खड़े हो गए औ्र केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विधानसभा में हंगामा जारी रहने से विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने सदन की कार्यवाही को पहले 11:30 बजे तक एवं फिर अपराह्न 3 बजे तक मुलतवी घोषित कर दिया। सदन में लगातार हंगामा जारी रहने से विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने सदन को सुचारू रूप से चलाने को सर्वदलीय बैठक बुलायी है।
भाजपा के आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया में विरोधी दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा है कि भाजपा को जनतंत्र के बारे में कुछ भी पता नहीं है। जनतंत्र की हत्या करने में भाजपा माहिर है। राज्य में अपनी पहचान खो चुकी भाजपा इस तरह आरोप लगा रही है। बीजद कांग्रेस नहीं बल्कि बीजद एवं भाजपा में अन्दरूनी सांठ गांठ है। दोनों के बीच बहुत पहले ही करार हो चुका है। केन्द्र में कई महत्वपूर्ण प्रसंग पर बीजद भाजपा को समर्थन देती है। बीजद नेता के खिलाफ सीबीआई कदम क्यों नहीं उठा रही है। खदान भ्रष्टाचार को लेकर शाह आयोग की रिपोर्ट मिलने के बाद भी सीबीआई क्यों कदम नहीं उठा रही है, इसका भाजपा के सदस्यों को इसका जवाब देना चाहिए।