कोरोना महामारी के समय पेट्रोलियम दर वृद्धि करना अमानवीय: राष्ट्रीय मध्यम वर्गीय परिवार महासंघ

पेट्रोल एवं डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है। ऐसे में राष्ट्रीय मध्यम वर्गीय परिवार महासंघ ने इसे अमानवीय और जन विरोधी बताते हुए कहा केन्द्र सरकार केवल पूंजीपतियों के हित के बारे में चिंतन कर रही है जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 02:47 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 02:47 PM (IST)
कोरोना महामारी के समय पेट्रोलियम दर वृद्धि करना अमानवीय: राष्ट्रीय मध्यम वर्गीय परिवार महासंघ
पेट्रोल एवं डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय मध्यम वर्गीय परिवार महासंघ ने कहा है कि कोरोना महामारी के समय पेट्रोलियम दर वृद्धि करना अमानवीय एवं जन विरोधी है। पेट्रोल एवं डीजल की कीमत लगातार बढ़ रही है। इससे आम नागरिक को नाना प्रकार की असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे समय में केन्द्र पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की टिप्पणी जनविरोधी एवं निंदनीय है।

एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए राष्ट्रीय मध्यम वर्गीय परिवार महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप मिश्र ने केन्द्र सरकार के इस जन विरोधी नीति का कड़ा विरोध करने के साथ ही केन्द्र की मोदी सरकार को मध्यम वर्गीय परिवार का विरोधी बताया है। उन्होंने कहा है कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गैर शोधित तेल की कीमत कम हो रही है, मगर भारत सरकार जनता के ऊपर बोझ के ऊपर बोझ डालती जा रही है। इससे मध्यम वर्गीय परिवार की स्थिति दयनीय हो गई है। केन्द्र सरकार केवल पूंजीपतियों के हित के बारे में चिंतन कर रही है, जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं।

कोरोना महामारी के समय लोगों की मदद करने के बदले केन्द्र सरकार के मनमाने निर्णय से अत्यावश्यक सामग्रियों के दाम बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हाल ही में कुछ राज्यों में सम्पन्न हुए चुनाव का खर्च केन्द्र सरकार इस माध्यम से निकाल रही है। सरकार से तुरन्त पेट्रोल एवं डीजल के दामों को कम करने के लिए उन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए मांग की है।

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