गैंगस्टर हैदर फरारी मामले में दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार
कटक स्थित श्रीरामचंद्र भंज (एससीबी) मेडिकल हॉस्पिटल से 10 अप्रैल को फरार कुख्यात गैंगस्टर शेख हैदर की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ के बाद मंगलवार की शाम कटक के मंगलाबाग थाना की पुलिस ने संबलपुर मंडल जेल के वार्डर नारायण नंद और हैदर की सुरक्षा में लगे संबलपुर पुलिस के कास्टेबल मो. मौसिम को गिरफ्तार कर लिया।
संवाद सूत्र, संबलपुर : कटक स्थित श्रीरामचंद्र भंज (एससीबी) मेडिकल हॉस्पिटल से 10 अप्रैल को फरार कुख्यात गैंगस्टर शेख हैदर की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ के बाद, मंगलवार की शाम कटक के मंगलाबाग थाना की पुलिस ने संबलपुर मंडल जेल के वार्डर नारायण नंद और हैदर की सुरक्षा में लगे संबलपुर पुलिस के कास्टेबल मो. मौसिम को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद दोनों पुलिसकर्मियो को को कटक जेएमएफसी सिटी की अदालत में हाजिर किया गया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि गैंगस्टर हैदर को वर्ष 2017 में भुवनेश्वर के झारपाड़ा जेल से बलागीर जेल और फिर संबलपुर मंडल जेल स्थानातरित किया गया था। संबलपुर मंडल जेल में रहने के दौरान हैदर ने कुछ भ्रष्ट पुलिस कर्मियों की सहायता से फरार होने की योजना बनाई थी। इलाज के बहाने वह विगत 28 मार्च को संबलपुर से कटक गया था। उसके साथ संबलपुर पुलिस के एक हवलदार समेत छह पुलिसकर्मी भी थे। बावजूद इसके 10 अप्रैल के अपराह्न हैदर पुलिस को चकमा देकर तेलंगाना फरार हो गया था।
हैदर के फरार हो जाने के बाद डीजीपी अभय ने संबलपुर पुलिस के हवलदार रमेशचंद्र देहुरी समेत कास्टेबल मो. मौसिम, बुलबुल साहू, दीपक साहू, उमाकात बेहरा और सुधाशु माझी को निलंबित कर दिया था। बाद में, संबलपुर रिजर्व इंस्पेक्टर मधुसूदन महापात्र की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए उसका तबादला बऊद कर दिया गया।
हैदर के फरार होने की घटना के 10वे दिन, कटक की मंगलाबाग पुलिस ने इस मामले में संबलपुर मंडल जेल के वार्डर नारायण नंद और पुलिस कास्टेबल मो. मौसिम को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, हैदर की फरारी की घटना में इनदोनों की संदिग्ध भूमिका रही। पूछताछ और जाच पड़ताल के बाद इन दोनों के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया है।