केंदुपत्‍ता कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, सरकार ने बोनस के साथ की सहायता राशि की घोषणा

ओडिशा सरकार ने केंदुपत्ता तोड़ने वाले कर्मचारियों को 92.37 करोड़ रुपए बोनस समेत सहायता राशि की घोषणा की है। कोरोना महामारी के समय भी विभाग ने 60 लाख से अधिक कर्म दिवस बनाया। इससे 7 लाख 54 हजार 631 केंदुपत्र तोड़ने वालों को लाभ हुआ है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 10:32 AM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 10:32 AM (IST)
केंदुपत्‍ता कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, सरकार ने बोनस के साथ की सहायता राशि की घोषणा
केंदुपत्‍ता कर्मचारियों को ओडिशा सरकार का तोहफा

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। केंदुपत्ता तोड़ने वाले एवं अन्य कर्मचारियों के लिए सरकार ने  92.37 करोड़ रुपए के बोनस एवं अन्य सहायता राशि की घोषणा की है। इसमें बोनस के तौर पर 59.78 करोड़ रुपया रखा गया है। इसके साथ ही केंदुपत्र कर्मचारी की मृत्यु होने या फिर शारीरिक अपंग होने पर अब 1 लाख के बदले 2 लाख रुपए सहायता राशि दी जाएगी।

 केंदुपत्र कल्याण बोर्ड की हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने यह घोषणा की है। केंदुपत्ता तोड़ने व बांधने के लिए लगाए गए श्रमिक तथा कर्मचारियों के लिए इस साल बोनस एवं अन्य सहायता तथा आधारभूत विकास के लिए बोर्ड ने उपरोक्त राशि मंजूर की है। यहां उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में ओडिशा सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए केंदुपत्ता व्यवसाय से होने वाले लाभांश में केंदुपत्ता तोड़ने वालों को भी शामिल किया है। कोरोना महामारी के समय भी विभाग ने 60 लाख से अधिक कर्म दिवस बनाया। इससे 7 लाख 54 हजार 631 केंदुपत्र तोड़ने वालों को लाभ हुआ है। 2020 में इसके बाबत 250 करोड़ रूपया सीधे तौर पर हिताधिकारियों के खाते में जमा करा दिया गया है।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में जंगल एवं पर्यावरण विभाग के मंत्री विक्रम केसरी आरूख, इस्पात एवं खदान मंत्री प्रफुल्ल कुमार मलिक, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (केंदुपत्र) प्रभाकर बेहेरा, जंगल एवं पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोना शर्मा प्रमुख ने अपने अपने विचार रखे। बैठक में मुख्य सचिव सुरेश महापात्र, 5टी के सचिव वी.के पांडियन तथा जंगल एवं पर्यावरण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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