Odisha Weather Forecast News Update: ओडिशा में बाढ़ का कहर, विभिन्न जिलों के लाखों लोग प्रभावित
Odisha Weather Forecast News Update ओडिशा में बाढ़ के चलते नदियों की स्थिति गंभीर हो गयी है जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के प्रभाव से पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश एवं फिर हीराकुद जल भंडार से छोड़े गए पानी के चलते प्रदेश की कई नदियों में बाढ़ की स्थिति गम्भीर हो गई है। खासकर जाजपुर जिले में प्रवाहित होने वाली ब्राह्मणी नदी के विकराल रूप धारण कर लेने से जिले में लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और हजारों की संख्या में लोगों को स्थानान्तरित करना पड़ा है। इसके अलावा भद्रक जिले में बैतरणी नदी, केन्द्रापड़ा जिले में बिरूपा नदी, कटक जिले में महानदी में आई बाढ़ से लाखों की संख्या में लोग प्रभावित हुए है।
सीएम ने छह आइएएस अधिकारियों को सौंपा दायित्व
ऐसे में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बाढ़ के कारण लोगों जीवन की हानि न हो इस पर रणनीति बनाकर काम करने के लिए छह आइएएस अधिकारियों दायित्व दिया है। इन अधिकारियों में हेमन्त शर्मा को केन्द्रापड़ा एवं डी.के. सिंह को कटक जिले का दायित्व दिया गया है। उसी तरह से विशाल देव को बालेश्वर जिला, विष्णुपद सेठी को भद्रक, वी.वी.यादव को जाजपुर जिला एवं सत्यव्रत साहू को जगतसिंहपुर जिले का विशेष दायित्व दिया गया है।
हीराकुद जल भंडार के खुले 44 गेट
महानदी के ऊपरी हिस्से में हुई भारी बारिश के कारण हीराकुद जल भंडार में अधिक से अधिक जल प्रवेश कर रहा है। परिणाम स्वरूप डैम के आज पुन: दो गेट खोल दिए गए हैं। वर्तमान समय में 44 गेट के जरिए हीराकुद डैम से पानी निकल रहा है। गौरतलब है कि हीराकुद जलभंडार में जल धारण करने की क्षमता 640 फुट है। जल भंडार में वर्तमान समय में 626.08 फुट पानी है। डैम में प्रति सेकेंड 8 लाख 8 हजार 581 क्यूसेक जल प्रवेश कर रहा है। वहीं डैम से प्रति सेकेंड 6 लाख 94 हजार 229 क्यूसेक जल निकल रहा है। वहीं दूसरी तरफ मुंडली में 8 लाख 65 हजार 474 क्यूसेक जल प्रवाहित हो रहा है।
ब्राह्मणी नदी की बाढ़ बनी विकराल
जानकारी के मुताबिक ब्राह्मणी नदी में आई बाढ़ ने अब विकराल रूप धारण कर लिया है। जाजपुर जिले के बरी एवं रसुलपुर ब्लाक में लगभग 15 जगहों पर घाई बन गई है। पिछली रात में ही ब्राह्मणी नदी की शाखा केलुआ नदी के धर्मशाला-कदमपाल को जोड़ने वाला नदी बांध के रमापुर में एवं देउदा पंचायत के वासुदेवपुर में दो जगहों पर घाई बनी है। यहां तक जिले के कुल 26 जगहों पर घाई बनी है। परिणामस्वरूप व्यापक इलाक जलमग्न हो गया है। जिले के 130 ग्राम पंचायत के 550 गांव के 4 लाख 50 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। 25 हजार लोगों को स्थानान्तरित किया गया है। घाई बनने से धर्मशाला ब्लाक के अरेइकणा, पटुनिया, कदमपाल, उत्तरप्रताप, मंगलपुर, देउदा आदि पंचायत विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। ब्राह्मणी नदी में बाढ़ का पानी कम हो रहा है मगर जेनापुर में नदी अब भी खतरे के निशान से 3 फुट ऊपर बाढ़ का पानी प्रवाहित हो रहा है।
भद्रक जिले में बाढ़ की स्थिति गम्भीर
वहीं दूसरी तरफ भद्रक जिले में भी बाढ़ की स्थिति गम्भीर हो गई है। बैतरणी नदी भी खतरे के निशान के ऊपर प्रवाहित हो रही है। नदी का आखुआपदा में खतरे का निशान 17.83 मीटर मगर यहां नदी 18.16 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इससे भद्रक जिले के 4 ब्लाक बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। भंडारीपोखरी, धाम नगर, तिहिडी एवं चांदबाली ब्लाक के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिले में ओड्राफ, एनडीआरएफ, दमकल विभाग की टीम युद्ध स्तर पर लोगों को स्थानान्तरित कर रही है।
मंदिर के अंदर पहुंचा 7 फुट पानी
कटक जिले के बड़ंबा इलाके में महानदी के बाढ़ का पानी मां भट्टारिका पीठ में भर गया है। हीराकुद जल भंडार से छोड़े गए पानी के कारण मंदिर के अंदर 7 फुट पानी प्रवाहित हो रहा है। सुरक्षा के दृष्टिकोणा से मंदिर के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं। आरडी एवं चांदबाली में बाढ़ की स्थिति गम्भीर हो गई है। विशेष रूप से आरडी समेत संतरा, शीतलपुर, संगीपुर आदि गांवों का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया है।
वहीं केन्द्रापड़ा जिले के डेराविश ब्लाक के वेणीपुर पंचायत समेत 5 पंचायत में महानदी की शाखा नदी विरूपा में आई बाढ़ ने लोगों का जीना दुभर कर दिया है। खबर के मुताबिक बिरूपा नदी के बांध में 60 फुट लम्बी घाई बन जाने से यहां 6 वार्ड के दो हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।