1 व 2 जुलाई को किसान आंदोलन, भाजपा ने ओडिशा सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप
Farmers Protest in Odisha गाइडलाइन के तहत 1 एवं 2 जुलाई को प्रदेश में किसान आन्दोलन करेगी भाजपा सरकार पर लगाया किसानों के साथ भेदभाव करने का आरोप धान मंडियों से धान ना खरीदे जाने को लेकर भाजपा राज्य अध्यक्ष ने जतायी नाराजगी
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष समीर महांती ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि है किसानों के हित की बात करने वाली राज्य सरकार किसानों के साथ छल कपट पूर्ण व्यवहार कर रही है। सरकार के इस किसान विरोधी रवैये के खिलाफ प्रदेश के किसान आंदोलन करने वाले हैं। आगामी 1 एवं 2 जुलाई को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए किसान आन्दोलन किया जाएगा।
1 जुलाई को धरना प्रदर्शन
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 1 जुलाई को किसान, सीएसओ कार्यालयों के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे। 2 जुलाई को जिला प्रशासन को किसानों द्वारा ज्ञापन सौंपा जाएगा। महांती ने कहा कि राज्य सरकार किसानों का हितैषी होने का ढोंग कर रही है। बीज से लेकर यूरिया खाद एवं खेती किसानी के उपकरण को लेकर सरकार किसानों से भेदभाव कर रही है। इसके अलावा धान की खरीद को लेकर किसान सरकारी अव्यवस्था का शिकार बन रहे हैं।
राज्य सरकार के सहकारिता विभाग एवं सप्लाई विभाग के मध्य समन्वय के अभाव में धान मंडियों में किसानों का धान पड़ा हुआ है। यह धान बारिश में भीगकर बरबाद हो रहा है। टोकन देने में अव्यवस्था के कारण किसानों की हालात खराब है। सिविल सप्लाई कारपोरेशन और प्रशासन के मध्य कोई तालमेल नहीं है। महांती ने कहा कि राज्य सरकार ने विपक्ष को आश्वासन दिया था कि जून 30 तारीख तक धान की खरीद पूरी कर ली जाएगी। मगर 29 जून तक इस दिशा में कोई कदम उठाया नहीं गया है। अतः सरकार के उदासीनता के खिलाफ किसान धरना प्रदर्शन करने को बाध्य हो गये हैं।