World Elephant Day 2021: नन्दनकानन प्राणि उद्यान में हाथियों का सम्‍मान, सुरक्षा को लेकर जताई गई चिंता

World Elephant Day 2021 नन्दनकानन प्राणि उद्यान (Zoological park Nandankanan) में आज विश्‍व हाथी दिवस के खास अवसर पर हाथियों को सजा कर उनका सम्‍मान किया गया। आज पूरे इस वनखंड में मात्र 12 से 13 हाथी ही रह गये हैं।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 01:41 PM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 01:41 PM (IST)
World Elephant Day 2021: नन्दनकानन प्राणि उद्यान में हाथियों का सम्‍मान, सुरक्षा को लेकर जताई गई चिंता
विश्‍व हाथी दिवस के मौके पर नन्दनकानन प्राणि उद्यान में हाथियों का सम्मान किया गया।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। विश्‍व हाथी दिवस के मौके पर राज्य के प्रसिद्ध नन्दनकानन प्राणि उद्यान में हाथियों को सजाधजा कर उनका सम्मान किया गया। उधर हाथियों के असमय मृत्यु, अवैध शिकार पर पशुप्रेमी संगठन, परिवेशविदों सहित पशु प्रेमियों ने गहरी चिन्ता व्‍यक्‍त की है। राजधानी भुवनेश्वर के निकट चन्दका, डमपडा संरक्षित जंगल कभी हाथियों के लिए प्रसिद्ध था मगर आज पूरे इस वनखंड में मात्र 12 से 13 हाथी ही रह गये हैं।

वन विभाग के आंकडों के अनुसार चन्दका डिविजन में 13, शिमिलिपाल डिविजन में 97, करंजिआ बारीपदा, सातकोशिया वन डिविजन सहित अन्य राज्य के जंगलों में 250 से 260 हाथी हैं। हाथी दांत के लिए प्रदेश के विभिन्न जंगलों में अवैध शिकार जारी है। इस कार्य में इंटरस्टेट माफिया गिरोह भी शामिल है। पिछले 6 साल के दौरान राज्य के विभिन्न जंगलों मे 388 हाथियों के मारे जाने की खबर है। इससे हाथियों की सुरक्षा को लेकर प्रश्न उठने लगा है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में ओडिशा के जंगल हाथियों से शून्य होने की आशंका जताई जा रही है। अवैध शिकार के अलावा करंट लगने, ट्रेन से कटने से बड़ी संख्या में हाथी मारे जा रहे हैं। इसके अलावा हारपीस रोग भी हाथियों के मृत्यु का प्रमुख कारण बताया जा रहा है।

 विश्व हाथी दिवस के मौके पर केवल फोटो सेशन करने के बजाए भविष्य में हाथियों की सुरक्षा को लेकर योजना बनाए जाने के साथ हाथी क़रिडोर में समुचित सुरक्षा प्रबंध किए जाने की मांग बुद्धिजिवियों द्वारा उठाई गई है।

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